हरियाणा Haryana : पंडित भगवत दयाल शर्मा स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय, रोहतक के सामुदायिक चिकित्सा विभाग ने स्थानीय पीजीआईएमएस में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी) पर जागरूकता अभियान चलाया।पीजीआईएमएस के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. कुंदन मित्तल ने बताया कि एचएमपीवी के मामलों से निपटने के लिए तैयारियां कर ली गई हैं और इसके लिए बेड भी आवंटित कर दिए गए हैं।जागरूकता अभियान के तहत पीजीआईएमएस ओपीडी में आने वाले लोगों को सर्दी-जुकाम और गले में खराश को हल्के में न लेने की सलाह दी गई। सामुदायिक चिकित्सा विभाग की अध्यक्ष डॉ. नीलम कुमार ने बताया कि इस वायरस से संक्रमित लोगों में सर्दी-जुकाम और फ्लू जैसे लक्षण दिखाई देते हैं।
उन्होंने बताया कि देश में अब तक एचएमपीवी के करीब 15 मामले सामने आए हैं, जबकि हरियाणा में इस वायरस से संक्रमित कोई व्यक्ति नहीं मिला है।ओपीडी में लोगों को वायरस के बारे में जागरूक करते हुए सामुदायिक चिकित्सा के प्रोफेसर डॉ. वरुण अरोड़ा ने बताया कि एचएमपीवी अन्य श्वसन वायरस की तरह ही है और इसकी पहली बार पहचान 2001 में हुई थी।