अनिल विज ने तकनीकी शिक्षा विभाग में कुछ अहम फैंसले लिए

Update: 2022-11-13 10:03 GMT

Source: Punjab Kesari

चंडीगढ़ : हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य व टेक्निकल एज्यूकेशन मंत्री अनिल विज ने तकनीकी शिक्षा विभाग में कुछ अहम फैंसले लिए हैं। उनके के नोटिस में आया कि टेक्निकल एज्युकेशन में अम्बाला,नीलोखेड़ी जैसे कई भवन जर्जर होने के कारण कभी भी कोई हादसा हो सकता है।जानकारियों के अनुसार अनिल विज ने पी डब्ल्यु डी विभाग से दो दशक पूर्व बने टेक्निकल एज्युकेशन के सभी भवनों का सेफ्टी सर्वे करवाने के आदेश दिए हैं। दूसरा अहम फैंसला टेक्निकल एज्युकेशन के भवनों में बने फैमली क्वाटर्स को लेकर लिया गया बतायॉ जाता है कि जहां फैमली क्वाटर्स खाली पड़े रहते है। वहां अधिकारियों से रिपोर्ट मांगी गई है। टेक्निकल एज्युकेशन में ऐसे स्थानों पर जहां स्टाफ क्वाटर्स खाली पड़े है। उनमें छात्रवास बनाने पर भी विचार हो सकता है।
तकनीकि शिक्षा विभाग में सुधार करने को लेकर प्रदेश के गृह- स्वास्थ्य एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री अनिल विज ने हाल ही में एक उच्चस्तरीय अधिकारियों की बैठक ली है। प्राप्त जानकारी के अनुसार इस बैठक का महत्वपूर्ण मुद्दा तकनीकी शिक्षा विभाग हरियाणा में कई तरह के डिप्लोमा कोर्स शामिल करने को था। दरअसल फिलहाल प्रदेश में डायलिसिस मशीन ऑपरेटर, ईसीजी टेक्निशियन और लैबोरेट्री सहायक इत्यादि कोर्सेस के अभाव को लेकर जिन युवकों को दूसरे प्रदेशों की तरफ रुख करना पड़ता है उसे लेकर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री अनिल विज बेहद गंभीर हैं और खासतौर पर यह सभी कोर्स स्वास्थ्य सेवाओं से संबंधित होने के कारण विज इन पर जल्द बड़ा फैसला लेने के मूड में है। क्योंकि अभी प्रदेश के किसी भी स्वास्थ्य संस्थान में इन कोर्सों को शुरू नहीं किया गया है। प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग में फिलहाल इस प्रकार के डिप्लोमा जारी करने के लिए बेशक बोर्ड अधिकृत है लेकिन उसमें और सक्रियता व कई सुधारात्मक फैसले लेने की आवश्यकता गृह - स्वास्थ्य एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री अनिल विज समझ रहे हैं।
बता दें कि इन कोर्सेज के अभाव में हरियाणा की स्वास्थ्य सेवाएं बेहद प्रभावित हो रही है। फिलहाल स्वास्थ्य सेवाओं में आउटसोर्स कर्मचारियों को आंशिक ट्रेनिंग देने के बाद उनसे सेवाएं ली जा रही है जो कि किसी भी स्तर पर प्रदेश की जनता के हित में उचित नहीं माना जा सकता। टेक्निकल शिक्षा विभाग की इस अहम बैठक में विभाग से संबंधित और कई अहम विषयों पर भी चर्चा हुई। जानकारी के अनुसार प्रदेश के कैबिनेट मंत्री अनिल विज ने टेक्निकल एजुकेशन के अधिकारियों को उनके विभाग में इन कोर्सों को जल्द से जल्द आरंभ करने को लेकर प्रपोजल तैयार करने के भी आदेश जारी किए हैं। प्रपोजल तैयार होने के बाद कोर्स करने वाले छात्र- छात्राओं को अनुभव के लिए हरियाणा के जिला स्तर पर बने अस्पतालों में ही कार्य मिल जाएगा और निश्चित समय अवधि के बाद अगर टेक्निकल बोर्ड राज्य में इनकी परीक्षाएं लेकर डिप्लोमा जारी करेगा तो हरियाणा के बहुत से बेरोजगार युवक-युवतियों को रोजगार मिलने के लिए रास्ते खोलना तय है.
प्रदेश के गृह- स्वास्थ्य एवं टेक्निकल एजुकेशन मिनिस्टर अनिल विज का मानना है कि इससे ना केवल तकनीकी शिक्षा विभाग सुदृढ़ होगा, बल्कि इसके साथ-साथ सरप्लस होने के डर से डरे हुए प्राध्यापक भी इसमें समायोजित हो जाएंगे। गौरतलब है कि प्रदेश में फिलहाल करीब 125 ऐसे शिक्षकों की संख्या मौजूद है। इस बड़े फैसले के बाद स्वास्थ्य विभाग को रोजमर्रा के कामों के लिए मेनपावर भी मिल जाएगी। इस बैठक में तकनीकी शिक्षा मंत्री अनिल विज के संज्ञान में कई दशक पहले बनी पॉलिटेक्निकल के जर्जर भवनों का मामला भी संज्ञान में डाला गया। खासतौर पर अंबाला- नीलोखेड़ी पॉलिटेक्निकल भवन चर्चा का विषय है। मामले की गंभीरता को समझते हुए प्रदेश के कैबिनेट मंत्री अनिल विज ने तुरंत प्रभाव से एक सेफ्टी सर्वे करवाने के आदेश जारी किए। जिसकी जिम्मेदारी हरियाणा के पीडब्ल्यूडी विभाग को सौंपी गई है। पीडब्ल्यूडी विभाग की रिपोर्ट अनुसार ज्यादा जर्जर और कमजोर पाए जाने वाले भवनो को आने वाले दिनों में नया बनाया जाएगा और आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त बिल्डिंग में तुरंत प्रभाव से मरम्मत का काम शुरू किया जाएगा।
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