ब्रेकिंग न्यूज़: पहाड़ों में हुई बारिश के चलते मुलाना से गुजर रही मारकंडा नदी उफान पर है। बृहस्पतिवार अलसुबह जलस्तर बढ़ना शुरू हुआ जो शाम साढे़ पांच बजे 7.7 फीट तक जा पहुंचा। अभी नदी में करीब 31744 क्यूसिक पानी है। यह इस वर्ष का सबसे अधिकतम स्तर है। वहीं, नहरी विभाग बुधवार रात से ही मारकंडा नदी पर नजर बनाए हुए था। नदी किनारे लगते गांवों में सरपंचों के माध्यम से सूचना दे दी गई थी। शाम करीब पांच बजे जब कालाआम्ब में मारकंडा नदी का जलस्तर कम हुआ तब विभाग ने चैन की सांस वहीं, बेगना नदी के बढ़ते जलस्तर ने विभाग की सांसे फुलाई रखी। बेगना नदी में आए पानी के चलते ही मारकंडा नदी का जलस्तर अधिकतम स्तर पर पहुंचा।
मारकंडा नदी का पानी नदी किनारे लगते खेतों में जा पहुंचा। जिससे फसलों को नुकसान होने की आशंका है। पानी खेतों में चारों तरफ फैल गया है। फसलें भी डूब गई हैं। मारकंडा नदी का पानी जफरपुर, धनौरा, मुलाना, टंगैल व अन्य गांवों में नदी किनारे लगते खेतों में जा पहुंचा है। बृहस्पतिवार शाम काला आम्ब में मारकंडा नदी का जलस्तर घट गया है। घबराने की जरूरत नहीं है। मुलाना से गुजर रही मारकंडा नदी में भी जलस्तर घटना शुरू हो जाएगा। विभागीय कर्मचारी हर पल नदी पर नजर बनाए हुए है।
-नितिश चंदेल, एसडीओ, नहरी विभाग।