अजय माकन के राज्यसभा पहुंचने की राह मुश्किल, भाजपा और कांग्रेस दोनों को टेंशन
भाजपा और कांग्रेस दोनों को टेंशन
हरियाणा: हरियाणा में भाजपा के साथ सरकार चला रही जननायक जनता पार्टी ने राज्य में होने वाले निकाय चुनाव में अकेले ही उतरने का फैसला लिया है। उससे पहले भाजपा भी अकेले ही चुनाव लड़ने का ऐलान कर चुकी है। जेजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अजय सिंह चौटाला ने इसका ऐलान किया। यही नहीं उन्होंने 8 नगर निकायों में चेयरमैन पद के लिए अपनी पार्टी के प्रत्याशियों का भी ऐलान कर दिया। इस तरह जेजेपी ने भाजपा पर दबाव बढ़ा दिया है, जो उसके साथ राज्य में गठबंधन सरकार चला रही है। साफ है कि विधानसभा चुनाव में भी दोनों के बीच इसका असर देखने को मिल सकता है।
यही नहीं एक तरफ जेजेपी ने भाजपा को झटका दिया है तो वहीं कांग्रेस को भी बड़ी टेंशन दे दी है। सिरसा में मीडिया से बात करते हुए चौटाला ने राज्यसभा चुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार कार्तिकेय शर्मा के समर्थन का ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि जेजेपी के विधायक निर्दलीय उम्मीदवार कार्तिकेय के समर्थन में मतदान करेंगे। भाजपा भी पूर्व कांग्रेस नेता विनोद शर्मा के बेटे का समर्थन कर रही है। माना जा रहा है कि इससे कांग्रेस की ओर से उम्मीदवार बने अजय माकन की राह मुश्किल हो सकती है। दिल्ली के नेता अजय माकन को हरियाणा से कांग्रेस ने टिकट दिया है। कांग्रेस का मानना है कि अजय माकन पंजाबी समुदाय से आते हैं और उन्हें उतारे जाने से मनोहर लाल खट्टर की काट की जा सकेगी।
निकाय चुनाव में अकेले ही लड़ने के ऐलान के बाद भी अजय चौटाला ने कहा कि राज्य में भाजपा और जेजेपी का गठबंधन मजबूती के साथ चल रहा है। अलग चुनाव लड़ने को लेकर चौटाला ने कहा, 'भाजपा ने अपने दम पर निकाय चुनाव लड़ने का फैसला लिया था। इसके बाद हमने भी ऐसा ही निर्णय लिया। अब हमने 8 निकायों के लिए चेयरमैन उम्मीदवारों का भी ऐलान किया है।' उन्होंने कहा कि भाजपा के साथ हमारा गठबंधन जारी रहेगा और पूरी मर्यादा के साथ हम चुनाव में उतरेंगे। गौरतलब है कि हरियाणा में भाजपा और कांग्रेस एक-एक राज्यसभा सीट जीतने की स्थिति में हैं। इस बीच कार्तिकेय शर्मा ने तीसरे उम्मीदवार के तौर पर नामांकन दाखिल कर दिया है, जिससे अजय माकन की राह मुश्किल होती दिख रही है।