बीएससी के बाद विदेश से उच्च शिक्षा का मिलेगा मौका

Update: 2023-04-29 11:47 GMT

चंडीगढ़ न्यूज़: बीएससी या उससे आगे विज्ञान विषय में पढ़ाई के लिए विदेश जाने के इच्छुक छात्रों के लिए कई छात्रवृत्तियां हैं. ये उनकी पढ़ाई से लेकर रहने और खाने-पीने के खर्च भी उठाती हैं. इन सभी स्कॉलरशिप प्रोग्राम्स की पात्रता अलग-अलग है, जिन्हें छात्र अपनी योग्यता के हिसाब से चुन कर आवेदन कर सकते हैं.

फुलब्राइट नेहरू फेलोशिप

यह स्कॉलरशिप यूनाइटेड स्टेट्स-इंडिया एजुकेशनल फाउंडेशन द्वारा उन भारतीय बीएससी अंडर ग्रेजुएट छात्रों को दी जाती है, जो एनवायरन्मेंटल साइंस प्रोग्राम के लिए अमेरिका जाना चाहते हैं. हर साल जून के महीने में इसके आवेदन शुरू होते हैं. कई प्रकार के खर्च व भत्ते दिए जाते हैं. इस छात्रवृत्ति के लिए अमेरिका की बैचलर डिग्री के समकक्ष पढ़ाई, अच्छे कम्यूनिकेशन स्किल्स और कम्यूनिटी सर्विस में योगदान शामिल हैं.

कॉमनवेल्थ स्कॉलरशिप एंड फेलोशिप

कॉमनवेल्थ स्कॉलरशिप्स कमीशन की यह छात्रवृत्ति मुख्यरूप से कॉमनवेल्थ राष्ट्रों के उन छात्रों को दी जाती है, जो ब्रिटेन जाकर अंडर ग्रेजुएट, मास्टर्स और पीएचडी करना चाहते हैं. आवेदन प्रक्रिया हर साल अगस्त में शुरू होती है, जिसमें बीएससी अंडर ग्रेजुएट प्रोग्राम के छात्र एग्रीकल्चर, इंजीनियरिंग और टेक्नोलोजी तथा अप्लाइड साइंस की पढ़ाई करने के लिए आवेदन कर सकते हैं. इस स्कॉलरशिप की योग्यता व शर्तें ध्यान से देख लें. छात्रों का चयन मानव संसाधन मंत्रालय द्वारा किया जाता है और कई भत्ते व खर्च दिए जाते हैं.

डाड स्कॉलरशिप

बीएससी अंडर ग्रेजुएट छात्र नेचुरल साइंस और इंजीनियरिंग कि पढ़ाई जर्मनी से पूरी करने के लिए इस छात्रवृत्ति का लाभ उठा सकते हैं. चयनित छात्रों को जरूरी खर्च व भत्ते दिए जाते हैं, जो कोर्स कि अवधि पर निर्भर करते हैं. प्रत्येक कोर्स के हिसाब से पात्रता और शर्तें अलग-अलग होती हैं. द

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