फरीदाबाद न्यूज़: स्मार्ट सिटी में सड़क सुरक्षा सप्ताह महज कागजी साबित हो रहा है. शहर में हादसों का सिलसिला थम नही रहा है. जो बदहाल ट्रैफिक व्यवस्था की तस्दीक करते है. साल भर में सड़कों पर 275 लोगों की मौत हो चुकी है. बीते सात साल से अबतक शहर की सड़कों पर हुए 4355 सड़क हादसे में कुल 1610 लोगों की मौत हुई है जबकि 3875 लोग घायल हुए. इनमें सबसे अधिक बाइक, साइकिल व पैदल चालक थे.
स्थानीय लोगों का आरोप है कि यहां की खराब सड़कों के कारण रोज या तो कोई घायल हो रहा है या फिर अपनी जिंदगी से हाथ धो बैठता है. ऐसे में लोग सड़क पर संबंधित विभागों द्वारा की गई सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठा रहे हैं.
मुख्यमंत्री मनोहर लाल गुरुग्राम में सड़क सुरक्षा सप्ताह मनाने की घोषणा की थी. एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा था कि से प्रदेश भर में सड़क सुरक्षा सप्ताह मनाया जाएगा. इस बाबत लोगों को जागरूक करने के साथ चिन्हित ब्लैक स्पॉट पर हादसों को रोकने के प्रति काम किया जाएगा. ब्लैक स्पॉट पर सड़क सुरक्षा संबंधित सुधार किया जाएगा. ऐसे में स्थानीय लोगों का आरोप है कि स्मार्ट सिटी में अधिकांश सड़क ऐसी है, जहां कभी भी बड़े हादसे हो सकते हैं.
बीते साल का आंकड़ा
साल हादसे मौत
2019 690 250
2020 377 136
2021 505 211
2022 589 253
2023 210 091
हाईवे पर चिन्हित ब्लैक स्पॉट
यातायात पुलिस के अनुसार हाईवे पर जगह-जगह 14 ब्लैक स्पॉट चिन्हित है. वहां आए दिन हादसे होते रहते हैं. विभाग का दावा है कि वहां सुधार कार्य किए जा रहे हैं. गुडियर चौक, नेल्शन चौक, जेसीबी आदि जगहों पर राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण से फुट ओवर ब्रिज बनाने की मांग की गई है. इसके अलावा बदरपुर बार्डर, एनएचपीसी, मेगपाई, सेक्टर-20बी, सिकरी मोड़, कैली मोड़, बाटा, बड़खल आदि चिन्हित ब्लैक स्पॉट पर भी सुधार कार्य किए जा रहे हैं. इससे होने वाले सड़क हादसों पर अंकुश लगाया जा सकता है.
सड़कों पर अंधेरा
शहर में कई ऐसी सड़क हैं जहां शाम होते ही अंधेरा छा जाता है. ऐसे में साइकिल या पैदल चलने वालों को परेशानी होती है. अंधेरे में सफर करने के दौरान वह वाहनों की चपेट में आ रहे हैं. सड़क सुरक्षा से जुड़े जानकार का कहना है कि यह भी एक बड़ा कारण है.
रफ्तार पर रोक नहीं
हरियाणा रोड सेफ्टी आर्गेनाइजेशन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष एसके शर्मा ने बताया कि शहर में अधिकांश सड़कों पर वाहनों की रफ्तार पर कोई रोक नहीं है. उन्होंने बताया कि रात के समय सड़क पर पुलिस के नहीं होने से वाहनों की रफ्तार और भी बढ़ जा रही है. इससे भी हादसे बढ़ रहे हैं.