उकाई डैम में लबालब पानी: सूरत सहित दक्षिण गुजरात को दो साल तक चिंता नहीं
इस बार मानसून की मेहरबानी ने सूरत सहित पूरे दक्षिण गुजरात के लिए भरपूर पानी का इंतजाम कर दिया है।
इस बार मानसून की मेहरबानी ने सूरत सहित पूरे दक्षिण गुजरात के लिए भरपूर पानी का इंतजाम कर दिया है। कैचमेंट एरिया में अच्छी बारिश के कारण 21 साल में दूसरी बार उकाई डैम का जलस्तर 345 फीट तक पहुंच गया है। पिछले साल भी बांध 344.80 फीट पर पहुंच गया था, लेकिन तीन पूर्णभराव क्षमता 345 फीट तक नहीं पहुंचा था। इससे पूर्व वर्ष 2019 में बांध का पूर्णरूप से भरा था। वर्तमान में बांध में इतना पानी है कि दो साल तक सूरत एवं दक्षिण गुजरात को पानी की कमी नहीं होगी। इस साल सितम्बर तक मानसून ने पानी बरसाया।
सूरत सहित गुजरात में मध्यम बारिश दर्ज की गई। लेकिन उकाई डैम के कैचमेंट एरिया महाराष्ट्र में भरपूर बारिश हुई। जिससे बांध में पानी की आवक लगातार जारी रही। बांध के गेट खोल कर पानी की निकासी भी की गई। अक्टूबर के अंत तक उकाई डैम का जलस्तर 345 फीट पहुंच गया। उकाई डैम से सूरत और दक्षिण गुजरात को पेयजल, खेती, इंडस्ट्रीज को पानी सप्लाई होता है।
चार महीने में 85 करोड़ रुपए की बिजली का उत्पादन किया गया
उकाई डैम से इस बार बिजली उत्पादन भी काफी ज्यादा रहा। डैम पर बिजली उत्पादन के लिए छह हाइड्रो प्लांट हैं। चार बड़े हाइड्रो की बिजली उत्पादन क्षमता 75 मेगा यूनिट है, जबकि दो छोटे हाइड्रो की उत्पादन क्षमता ढाई मेगा यूनिट है। इस साल ऊकाई डेम में पानी का इनफ्लो अधिक था, तब 10 सितंबर को चारों हाइड्रो शुरू किया गया था। इसके पहले जून में भी दो हाइड्रो चालू कर बिजली उत्पादित की गई। जून से अक्टूबर 21.51 करोड़ यूनिट बिजली का उत्पादन किया गया। इसे कीमत में आंका जाए तो चार महीने में 85 करोड़ रुपए की बिजली का उत्पादन किया गया।