सूरत नगर पालिका क्षेत्र के वेसू में बने सुमन मल्हार आवास में हितग्राहियों की तुलना में किराएदारों की संख्या अधिक होने से मूल मालिकों की हालत खराब होती जा रही है। हालांकि नगर पालिका के आवास को किराए पर नहीं देने का नियम है, लेकिन नियमों का पालन नहीं कर आवास किराए पर देने से हितग्राही किरायेदारों से खासे नाराज हैं। सुमन मल्हार आवास के मूल मालिकों ने हंगामे के बाद किरायेदारों को इमारत खाली करने का अल्टीमेटम दिया है। आवास के मालिकों ने नगर पालिका-पुलिस को अवैध किरायेदारों के परिसर को खाली करने के लिए आवेदन दिया है। किराएदार ने मकान खाली नहीं किया तो बिजली कनेक्शन काटने की भी धमकी दी है।
सूरत नगर पालिका ने वेसु क्षेत्र में सुमन मल्हार आवास बनाया है। नगर पालिका ने आवास आवंटित किया है और निर्धारित किया है कि आवास को सात साल तक किराए पर नहीं लिया जा सकता है। हालांकि, नगर पालिका के इन नियमों का उल्लंघन करते हुए कुछ मालिकों द्वारा मकान किराए पर दे दिए गए हैं। निवासियों ने आरोप लगाया है कि इनमें से कुछ किरायेदारों के कारण इमारत की शांति और सुरक्षा को खतरा है। कुछ किराएदारों पर असामाजिक तत्वों के होने का भी आरोप लगाया गया है। आवास में रहने वाले किराएदारों द्वारा अवैध गतिविधियां किए जाने से रहवासियों को भी भय सता रहा है, इसलिए उन्होंने नियम विरुद्ध किराए पर रहने वालों के नाम के साथ नगर पालिका व पुलिस को आवेदन दिया है।
इसके अलावा नियम विरुद्ध आवास किराये पर लेने वाले मालिकों को ने भी 15 मार्च से पहले किरायेदारी खाली करने के निर्देश दिये गये हैं। सोसायटी की बैठक में रहवासियों ने अपना मत व्यक्त किया है कि उन्हें किराया नहीं चाहिए। नगर पालिका से किराएदारों की शिकायत करने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। आवास में रह रहे लोगों ने 16 मार्च से नगर पालिका या पुलिस द्वारा कार्रवाई नहीं करने और मकान मालिक द्वारा मकान खाली नहीं करने पर किराएदार के घर के बिजली का कनेक्शन काटने की धमकी भी दी है।