सूरत: गुजरात में 2001 के विनाशकारी भूकंप के बाद महाराष्ट्र सरकार ने भचाऊ तहसील के वोंध गांव में 40 करोड़ रुपए की लागत से सरदार पटेल नाम की एक कॉलोनी तैयार की. इस कॉलोनी में 800 घर बनाए गए. भूकंप में जिन लोगों का घर तबाह हो गया था, उन लोगों को ये घर दान कर दिए गए.
वहीं यहां रहने वाले ज्यादातर लोग रोजगार की तलाश में घर छोड़कर दूसरे स्थानों पर चले गए. यहां पर 400 घर लंबे समय से खाली थे, जो खंडहर होने लगे थे. यह देख चोरों ने 400 घरों की छत, खिड़कियां और दरवाजे चुरा लिए. चोरों ने घरों को भी काफी नुकसान पहुंचाया. चोरी की इस घटना ने सबको हैरान कर दिया है, क्योंकि पूरी कॉलोनी से पुराने पंचायत घर समेत 400 घरों की छत, खिड़कियां और दरवाजे गायब हो गए.
सरपंच रामजी भाई चौधरी ने बताया कि 2001 के भूकंप के बाद महाराष्ट्र सरकार ने हमारे गांव में 800 घर बनाकर दिए थे, उन घरों से खिड़कियां, दरवाजे चोरों ने चोरी कर घरों को नुकसान पहुंचाया है. इस मामले में पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
वहीं, इस तरह की चोरी की घटना से विदेश में रहने वाले NRI परिवार भी चिंतित हैं, क्योंकि कच्छ में ज्यादातर NRIs के घर के इसी तरह सालों तक बंद रहते हैं. सालों बाद NRIs परिवार कच्छ आते हैं. पुलिस इंस्पेक्टर एसएन करंगिया ने कहा कि केस दर्ज कर इस मामले की जांच की जा रही है. चोरों का पता लगाया जा रहा है.