काम की कमी के कारण बाजार का हाल मंदा, कारखानों में काम बंद
बीते लंबे समय से अपने पुराने लय को तरस रहे सूरत कपड़ा व्यापार में एक बार फिर ब्रेक लगने जा रहा है। अधिक उत्पादन और नकदी की कमी की समस्या से घिरे कपड़ा उद्योग की कुछ फैक्ट्रियों ने फिलहाल के लिए उत्पादन बंद कर दिया है और इसी कारण बहुत से श्रमिक घर चले गए हैं। जिसके अब उनके डेढ़ महीने तक स्वदेश में रहने की संभावना है। कारोबारियों का कहना है कि इस साल फैक्ट्री और कढ़ाई उद्योग में दिवाली की छुट्टी 15 से 20 दिन चलेगी।
त्यौहारों में अपने गृहनगर निकल पड़ते हैं ये कामदार
आपको बता दें कि कपड़ा उद्योग में काम करने वाले अधिकांश श्रमिक यूपी, बिहार, उत्तराखंड, महाराष्ट्र से हैं। ये लोग त्योहारों या शादियों के मौके पर शहर छोड़ कर गांव की ओर रवाना हो लेते हैं। अगले कुछ दिनों में दिवाली का त्योहार आ रहा है और कपड़ा कारखानों में छुट्टियां शुरू होने जा रही हैं तो ये लोग अपने गांव की ओर रवाना हो रहे हैं। उद्योगपतियों का कहना है कि इस साल दिवाली पर कारोबार कर रहे व्यापारियों और बुनकरों ने माल का स्टॉक कर लिया है। इसलिए वे अब माल का उत्पादन नहीं करना चाहते हैं। दूसरी ओर, चूंकि कढ़ाई कारखानों में पर्याप्त रोजगार नहीं हैं, कुछ उद्योगपतियों ने कारखानों को बंद करना शुरू कर दिया है तो जैसे-जैसे कारखाने बंद होते हैं, श्रमिक अपने गृहनगर में अपने परिवारों के साथ दिवाली मनाने के लिए जा रहे हैं।
शादी के सीजन के बाद ही आएंगे कामदार
आशंका है कि इस समय अपने गृह देश जाने वाले कुछ कर्मचारी अब शादी के सीजन के बाद ही लौटेंगे। हालांकि 15 दिनों के बाद जब शादी के कपड़े की खरीद शुरू होगी तो मजदूरों की जरूरत पड़ेगी, लेकिन जिस तरह से मजदूर अपने गृहनगर जा रहे हैं, उससे एक डर है कि कहीं शादी सीजन के समय कपड़े में कामदारों की कमी न हो जाए।
इन दिनों काम की कमी और पेमेंट में देरी से बिगड़ा है माहौल
इस बारे टेक्सटाइल एम्ब्रायडरी जॉबवर्क एसोसिएशन के अध्यक्ष हितेश भिंकाडिया ने कहा कि एम्ब्रायडरी उद्योगों के पास पर्याप्त ऑर्डर नहीं होने के कारण कुछ फैक्ट्रियों में अभी से छुट्टियां शुरू हो गई हैं। वहीं दूसरी ओर भुगतान न होने से आर्थिक संकट की स्थिति बन गई है। ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि कारोबारी 25 से 30 दिन की दिवाली की छुट्टी लेंगे।