Muniraj चारित्ररत्न विजयजी महाराज को 49 वें वर्ष में मंगल प्रवेश पर वंदना
Naroli: सौधर्म बृहत्तपागच्छीय त्रिस्तुतिक जैनाचार्य पुण्य सम्राट युग प्रभावक गुरुदेव श्रीमद् विजय जयन्तसेनसूरीश्वरजी महाराजा के शिष्य एवं गच्छाधिपति श्रीमद् विजय नित्यसेनसूरीश्वरजी महाराज ओर आचार्य भगवंत श्रीमद् विजय जयरत्नसूरीश्वरजी महाराज के आज्ञानुवर्ती मुनिराज श्री चारित्ररत्नविजयजी महाराज को कार्तिक शुक्ल चतुर्थी ( 5 नवंबर) के दिन जन्म वर्ष के 49 वें वर्ष में मंगल प्रवेश पर कोटि कोटि वंदना मुनिराज श्री का जन्म गुजरात राज्य में थराद के पास स्थित नारोली गांव में विक्रम संवत 2033 के कार्तिक शुक्ल चतुर्थी को सुश्रावक कीर्तीलाल नरसींगजी वोहरा की धर्मपत्नी की कुक्षी से विक्रम संवत 2033 के कार्तिक शुक्ल चतुर्थी को हुआ था आपश्री का जन्म नाम नीतीन था जो गुरुदेव श्रीमद् विजय जयन्तसेनसूरीश्वरजी महाराजा की पावन निश्रा में दीक्षित होकर उनके शिष्य के रुप में मुनिराज श्री चारित्ररत्नविजयजी महाराज हुए, एवं अभी आप पेपराल तीर्थ में चातुर्मास हेतु बिराजमान हे। अखिल भारतीय राजेन्द्र जैन नवयुवक परिषद परिवार की ओर से मुनिराज श्री चारित्ररत्न विजयजी महाराज को 49 वें वर्ष में मंगल प्रवेश पर वंदना ताराबहन