1 अप्रैल से होगी दंड की कड़ी कार्रवाही, सड़क पर थूकने से पहले हो जाएं सावधान
मनपा अब सूरत शहर को स्वच्छता में नंबर वन बनाने की तैयारी में है। सार्वजनिक रूप से थूकने और सार्वजनिक रूप से कचरा फेंकने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई शुरू की गई है। नगर निगम प्रशासन अब तक शहर में सार्वजनिक रूप से थूकने और गंदगी करने वाले 18 हजार लोगों से ढाई लाख का जुर्माना भी वसूल चुका है।
सार्वजनिक स्थान पर कूड़ा फेंकने पर जुर्माना
सूरत नगर निगम अब सार्वजनिक रूप से थूक कर शहर को प्रदूषित करने वालों के खिलाफ सख्ती दिखाएगा। शहर में जगह-जगह गंदगी फैलाने और थूकने वालों पर कड़ी नजर रखने के लिए कैमरों की मदद से लोगों से जुर्माना वसूला जा रहा है। वर्तमान में यह कार्रवाई मनपा द्वारा शहर में 2600 कैमरों के माध्यम से की जा रही है। निकट भविष्य में करीब 700 और कैमरे लगाकर इस प्रक्रिया को और तेज किया जाएगा। साथ ही एक अप्रैल से मनपा शहर में कहीं भी थूकने वालों पर सख्त जुर्माना लागू करेगी। मनपा अब तक सार्वजनिक रूप से थूकने और गंदगी फैलाने वाले 18 हजार लोगों से ढाई लाख रुपये जुर्माना वसूल चुकी है। ऐसे लोगों के वीडियो जोन स्तर पर भेजकर स्वास्थ्य विभाग ने ऐसे लोगों से ढाई लाख का जुर्माना वसूल किया है।
स्वच्छता सर्वेक्षण को लेकर सख्ती
स्वच्छता सर्वेक्षण में सूरत नगर निगम ने दूसरे स्थान पर हैट्रिक लगाई है। हालांकि सूरत अन्य शहरों की तुलना में साफ-सुथरा है लेकिन कुछ गैरजिम्मेदार लोगों की वजह से यह पहले स्थान पर नहीं आ पा रहा है। शहर में सबसे बड़ा उपद्रव नदी पर बने फ्लाई ओवर ब्रिज पर पान मसाला खाने के बाद थुक की पीचकारी की गंदगी है, वहीं आरटीओ के समन्वय से वाहनों रजिस्ट्रेशन नंबर के आधार पर प्रदूषण फैलाने वाले वाहन की पहचान की जाएगी और 500 रुपये जुर्माना वसूला जाएगा। एक अप्रैल से गंदगी फैलाने वालों पर होगी सख्त कार्रवाई
आरटीओ के सहयोग से भी होगी कार्रवाई : मेयर
मेयर हेमालीबेन बोघवाला ने कहा कि स्वच्छ भारत, स्वच्छ सूरत अभियान के तहत नागरिकों में स्वच्छता के प्रति जागरूकता पैदा करने और शहर के सार्वजनिक स्थलों की साफ-सफाई बनाए रखने के लिए भी यह पहल की गई है। सार्वजनिक रूप से थूकने व खुले में शौच करने वाले लोगों पर कार्रवाई के लिए नगर निगम व पुलिस के समन्वय से शहर में लगे सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से जुर्माना जारी किया गया है। साथ ही एक अप्रैल से आरटीओ से समन्वय कर वाहन के रजिस्ट्रेशन नंबर के आधार पर उसकी पहचान कर ई-मेमो जारी किया जाएगा। फिलहाल 18 हजार से ज्यादा लोगों के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की गई है। यह कार्रवाई शहर को स्वच्छता में नंबर वन बनाने के लिए है। मुझे उम्मीद है कि भविष्य में यह आंकड़ा कम होगा और शहर को स्वच्छता में नंबर वन बनाने में लोग सहयोग करेंगे।