आज ग्लोबल पाटीदार बिजनेस समिट का उद्घाटन करेंगे प्रधानमंत्री मोदी, तीन दिन तक चलेगा कार्यक्रम

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज गुजरात के सूरत में विश्व पाटीदार समाज की संस्था ‘सरदारधाम’ द्वारा आयोजित तीन दिवसीय ग्लोबल पाटीदार बिजनेस समिट का वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से उद्घाटन करेंगे.

Update: 2022-04-29 01:07 GMT

फाइल फोटो 

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) आज गुजरात के सूरत (Surat) में विश्व पाटीदार समाज की संस्था 'सरदारधाम' द्वारा आयोजित तीन दिवसीय ग्लोबल पाटीदार बिजनेस समिट (Global Patidar Business Summit) का वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से उद्घाटन करेंगे. ये जानकारी प्रधानमंत्री कार्यालय (Prime Minister Office) ने गुरुवार को एक बयान में दी. पीएमओ के मुताबिक 'मिशन 2026' के तहत 'सरदारधाम' ये आयोजन कर रहा है और इसके पीछे उसका उद्देश्य पाटीदार समाज का आर्थिक विकास है. हर दो साल में इस सम्मेलन का उद्घाटन होता है. पहले दो सम्मेलन साल 2018 और साल 2020 में गांधीनगर में हुए थे.

पीएमओ के मुताबिक इस जीपीबीएस-2022 का मुख्य विषय 'आत्मनिर्भर समुदाय से आत्मनिर्भर गुजरात और भारत' रखा गया है. बयान के अनुसार तीन दिवसीय (29 अप्रैल से एक मई) इस सम्मेलन का लक्ष्य पाटीदार समाज के छोटे, मझोले और बड़े उद्यमियों को का साथ लाना, उन्हें आगे बढ़ाना और नए उद्यमियों को सहयोग देने के साथ ही शिक्षित युवाओं को प्रशिक्षण और रोजगार देना है. साथ ही इसमें कहा गया कि लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल को समर्पित 'सरदारधाम' शैक्षिक और सामाजिक परिवर्तन, समाज के कमजोर वर्गों के उत्थान और युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करने की दिशा में काम कर रहा है.
भुज में सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल का पीएम मोदी ने किया था उद्घाटन
इससे पहली इसी महीने 15 अप्रैल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के हर जिले में चिकित्सा महाविद्यालय के निर्माण के लक्ष्य और चिकित्सा शिक्षा को सर्वसुलभ बनाने के सरकार के प्रयासों का उल्लेख करते हुए कहा था कि इन पहलों से आने वाले 10 सालों में देश को रिकॉर्ड संख्या में नए डॉक्टर मिलने वाले हैं. वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से भुज में 200 बिस्तरों वाला केके पटेल धर्मार्थ सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल राष्ट्र को समर्पित करने के बाद अपने संबोधन में मोदी ने कहा था कि कोरानावायरस एक बार फिर घात लगाकर बैठा है, लिहाजा लोगों को इसे हलके में नहीं लेना है और सतर्क रहना है.
उन्होंने कहा कि बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं बीमारी के इलाज तक ही सीमित नहीं होती हैं बल्कि सामाजिक न्याय को भी प्रोत्साहित करती हैं. पीएम मोदी ने कहा कि जब किसी गरीब को सस्ता और उत्तम इलाज सुलभ होता है तो उसका व्यवस्था पर भरोसा मजबूत होता है. प्रधानमंत्री ने कहा कि दो दशक पहले गुजरात में सिर्फ नौ चिकित्सा महाविद्यालय थे और इनमें करीब 1,100 सीटें थीं, लेकिन पिछले 20 वर्षों में चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में व्यापक बदलाव आए हैं.
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