अहमदाबाद: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सोमवार को अपनी पहली गुजरात यात्रा की शुरुआत यहां साबरमती में महात्मा गांधी आश्रम में जाकर की और अनुभव को 'अवर्णनीय प्रेरणा' बताया। अतिथि पुस्तक में राष्ट्रपति ने हिंदी में लिखा कि लंबे समय तक स्वतंत्रता संग्राम के केंद्र के रूप में काम करने वाले आश्रम में जाकर उन्हें ''अवर्णनीय श्रद्धा और प्रेरणा'' और ''गहरी शांति'' का अनुभव हुआ।
इस साल जुलाई में राष्ट्रपति बनने के बाद मुर्मू का यह पहला गुजरात दौरा है। राष्ट्रपति ने आश्रम परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की। गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत और मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल भी मौजूद थे। राष्ट्रपति ने राष्ट्रपिता के जीवन और स्वतंत्रता संग्राम को दर्शाने वाली अभिलेखीय प्रदर्शनी भी देखी। उन्होंने साबरमती आश्रम पुनर्विकास परियोजना के मॉडल का भी अवलोकन किया।
राष्ट्रपति ने आश्रम परिसर में महात्मा गांधी के आवास 'हृदयकुंज' का दौरा किया। उन्होंने उनके चित्र पर प्रणाम किया और काते खादी के धागे से बनी एक माला भेंट की। उन्होंने आश्रम में चरखा भी काटा। साबरमती के संत महात्मा गांधी की इस पवित्र तपस्थली के दर्शन करने से मुझमें अवर्णनीय श्रद्धा और प्रेरणा का संचार होता है। लंबे समय से स्वतंत्रता संग्राम का केंद्र रहे इस परिसर में मुझे गहरी शांति का अनुभव होता है। ''इस परिसर में पूज्य बापू के असाधारण जीवन इतिहास की अनमोल धरोहर को प्रशंसनीय ढंग से संरक्षित किया गया है। इसके लिए मैं साबरमती आश्रम के रख-रखाव में शामिल सभी लोगों की सराहना करती हूं,'' उन्होंने हिंदी में लिखा.