प्राकृतिक आपदा से प्रभावित किसानों को 10 हजार करोड़ से अधिक की सहायता राशि का भुगतान
गुजरात सरकार ने वर्ष 2015-16 से लेकर 2023-24 तक प्राकृतिक आपदा में हुए फसलों के नुकसान में राहत देने 88.76 लाख प्रभावित किसानों को रुपये 10,532 करोड़ से अधिक की वित्तीय सहायता वितरित की गई है। वर्ष 2015-16 में भारी बारिश और बेमौसम बारिश के कारण 1,82,041 किसानों की फसलें गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हो गईं थी। राज्य आपदा राहत कोष के तहत इस क्षति सहायता के तहत किसानों को 279.22 करोड़ रुपये की सहायता वितरित की गई। इसी तरह वर्ष 2017-18 में भारी बारिश, बाढ़ और मिट्टी के कटाव के कारण 7,69,570 किसानों को नुकसान हुआ था। राज्य सरकार ने किसानों को इस नुकसान के रुप में रु. 1,706. 60 करोड़ की सहायता राशि का भुगतान किया गया था।
सरकार ने किसानों को कृषि सहायता पैकेज के रूप में सहायता का भुगतान किया
वर्ष 2018-19 में भी राज्य सरकार ने भारी बारिश, बाढ़ और सूखे जैसी आपदाओं में 17,59,614 किसानों को सहायता के रूप में 1,678.09 करोड़ रुपये की राशि का भुगतान किया। इसी तरह वर्ष 2019-20 में भी बेमौसम बारिश की स्थिति में 33,18,097 किसानों को सहायता पैकेज के रुप में 2,489.58 करोड़ रुपये की सहायता वितरित की गई। वर्ष 2020-21 को बाहर नहीं रहा। इस साल भारी बारिश और बाढ़ के कारण राज्य के 19,03,575 किसानों की फसलें बर्बाद हो गईं थी। जिसकी सहायता के तहत सरकार द्वारा 2,905.97 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया। साल 2021-22 में चक्रवाती तूफान ने जमकर तबाही मचाई थी।
9 वर्षों में 10,000 करोड़ से अधिक की सहायता वितरित की गई
तूफान से हुए नुकसान के कारण राज्य के 7,67,330 किसानों को दो चरणों में रु.1,240.58 करोड़ की सहायता वितरित की गई। वर्ष 2022-23 में भी राज्य को भारी बारिश का सामना करना पड़ा। भारी बारिश के कारण 1,38,691 किसानों को आर्थिक नुकसान हुआ। इस स्थिति में राज्य सरकार र. 147 करोड़ की सहायता राशि का भुगतान किया था। वर्ष 2023-24 में भी बेमौसम बारिश की स्थिति में 37,045 किसानों को कृषि राहत पैकेज घोषित कर 85.49 करोड़ की सहायता का भुगतान किया गया है। इस प्रकार, पिछले 9 वर्षों की अवधि में गुजरात सरकार ने राज्य में प्राकृतिक आपदाओं में किसानों को 10,000 करोड़ से अधिक की सहायता दी है।