मकरसंक्रांति या उत्तरायण पर गुजरात भर में पतंगबाजी का चलन है। लोग दिन भर अपने मकानों की छतों-छज्जों पर बिताजे हैं और परिवार सहित पतंगें उड़ाते हैं। प्रदेश के लगभग हर शहर में यही तस्वीर देखने को मिलती है। खासकर प्रदेश के चार महानगरों सूरत, वड़ोदरा, राजकोट और अहमदाबाद। प्रशासन ने भी बिते सालों के अनुभवों के आधार पर इस त्यौहार से पूर्व की आवश्यक तैयारियां कर ली हैं।
जहां तक पतंगबाजी का संबंध है यूं तो प्रदेश के कुछ शहरों पतंगों का निर्माण होता है, फिर भी इस बार उत्तरप्रदेश के बरेली की पतंगों की मांग ज्यादा है। इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की तस्वीर वाली पतंगें लोग ज्यादा पसंद कर रहे हैं। कुछ पतंगों में पीएम मोदी के साथ उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तस्वीर भी नजर आ रही हैं।
जहां तक प्रशासनिक तैयारियों का संबंध है, इस बार चीनी मांझे के खिलाफ प्रशासन सख्त दिखा रहा है। गुजरात हाईकोर्ट ने भी चीनी मांझे से होने वाली दुर्घटनाओं का संज्ञान लेकर सरकार ने क्या कार्रवाई की है, इसकी रिपोर्ट मांगी है। महानगरों में पुलिस पतंग की डोर से लोगों के गले कटने जैसी घटनाएं न हों इसके लिये ट्राफिक के विशेष प्रबंध कर रही है। फ्लायओवर ब्रिजों पर दुपहिया वाहन चालकों और पैदल राहगिरों के जाने पर रोक लगाई गई है। लोगों को भी उत्तरायण के दिनों में सड़ाकों और छतों पर विशेष सावधानी बरतने के लिये जागरूक किया जा रहा है।