BJP की गुजरात की इस विधानसभा सीट पर कमजोर पकड़, पिछले चार चुनाव में तीन बार जीती है कांग्रेस

गुजरात विधानसभा चुनाव 2022 के लिए राजनीतिक दलों के बीच हलचल तेज हो चुकी है, मौजूदा विधायक से लेकर संभावित प्रत्याशी तक अपने-अपने विधानसभा क्षेत्र में लगातार अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं.

Update: 2022-07-08 05:52 GMT

फाइल फोटो 

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। गुजरात विधानसभा चुनाव 2022 के लिए राजनीतिक दलों के बीच हलचल तेज हो चुकी है, मौजूदा विधायक से लेकर संभावित प्रत्याशी तक अपने-अपने विधानसभा क्षेत्र में लगातार अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं. वर्तमान विधायक जहां मतदाताओं के बीच में सुर्खियां बटोरने का काम कर रहे है. वहीं विपक्षी दल के संभावित प्रत्याशी भी सत्ता पक्ष की कमियां गिनाने में जुटे हैं. गुजरात की रापर विधानसभा सीट का भी ऐसा ही हाल है. कच्छ जिले के अंतर्गत आने वाली इस विधानसभा सीट पर अब राजनीतिक दलों की हलचल तेजी से बढ़ रही है. 2017 के चुनाव में इस सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी आरोठिया संतोकबेन को जीत मिली थी. वहीं इस सीट पर बीजेपी के प्रत्याशी को हार का सामना करना पड़ा था. हालांकि जिस लोकसभा के अंतर्गत यह सीट आती है उस पर बीजेपी का कब्जा है. यहां से भाजपा के सांसद विनोद भाई चावड़ा है. वहीं अब 2022 में रापर विधानसभा सीट पर जीत दर्ज करने के लिए बीजेपी ने जातीय समीकरण साधने का काम तेज कर दिया है, जिससे कि इस बार इस सीट पर उनकी जीत पक्की हो.

रापर सीट का राजनीतिक समीकरण
रापर सीट की गिनती उन खास सीटों में होती है जिस पर जीत दर्ज करना बीजेपी की प्राथमिकता है .2017 के चुनाव में कांग्रेस के प्रत्याशी आरेठीया संतोकबेन को जीत मिली थी. उन्होंने बीजेपी के पंकज भाई महेता को 15000 वोटों से हराया था. काग्रेस प्रत्याशी को 49.01 प्रतिशत वोट मिले थे, जबकि बीजेपी प्रत्याशी को 37.0 4% वोट मिले थे. वहीं तीसरे नंबर पर किसी प्रत्याशी को नहीं बल्कि नोटा को सबसे ज्यादा वोट मिले थो. इस सीट पर 2017 में 10 उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई थी.1980 में गुजरात की इस सीट पर BJP ने पहली बार जीत दर्ज की थी. उसके बाद बीजेपी को 1995, 1998 में इस सीट पर जीत मिली थी. इसके बाद .2002 में भी इस सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी को जीत मिली जबकि 2007 में फिर कांग्रेस ने ही बीजेपी को हराकर सीट पर कब्जा किया, लेकिन 2012 में बीजेपी ने इस सीट पर जीत दर्ज की थी.
सीट का जातीय समीकरण
गुजरात की रापर विधानसभा सीट पर दलित और पिछड़े वर्ग के मतदाताओं की संख्या ज्यादा है. यहां तक कि इस सीट पर मुस्लिम मतदाताओं की संख्या भी है. इसी वजह से बीजेपी को इस सीट पर जीत दर्ज करना मुश्किल हो रहा है. 2022 के विधानसभा चुनाव को देखते हुए बीजेपी ने अब जातीय समीकरण पर खास ध्यान देना शुरू कर दिया है जिससे कि 2022 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को पटकनी दी जा सके.
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