गुजरात में 1000 करोड़ के निवेश से बायो इथेनॉल प्लांट होगा स्थापित

गुजरात में 1000 करोड़ रुपए की लागत से बायोइथेनॉल प्लांट स्थापित किया जाएगा।

Update: 2021-12-17 18:10 GMT

अहमदाबाद. गुजरात में 1000 करोड़ रुपए की लागत से बायोइथेनॉल प्लांट स्थापित किया जाएगा। इसकी क्षमता 500 किलोलीटर प्रति दिन (केएलडी) होगी। इस प्लांट से वार्षिक 1500 करोड़ का टर्नओवर होगा वहीं करीब 750 लोगों को प्रत्यक्ष व परोक्ष रोजगार मिलेगा।

इसे लेकर शुक्रवार को गुजरात सरकार के उपक्रम गुजरात अल्कलीज एंड केमिकल्स लिमिटेड (जीएसीएल) तथा भारत सरकार के उपक्रम भारतीय गैस प्राधिकरण लिमिटेड (गेल) के बीच समझौता पत्र पर हस्ताक्षर किया गया। मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल की उपस्थिति में इस संबंंध में जीएसीएल के प्रबंध निदेशक (एमडी) मिलिन्द तोरवणे और गेल के बिजनेस डवलपमेंट निदेशक एम वी अय्यर ने एमओयू किए।
इस अवसर पर सीएम ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत के संकल्प के साथ देश में कच्चे तेल का आयात घटाकर विदेशी मुद्रा के बचत के उद्देश्य से आगामी 2050 तक पेट्रोल में 20 फीसदी इथेनॉल ब्लेडिंग के लिए रोड मैप लॉन्च किया है। गुजरात में स्थापित होने वाला यह बायो गैस प्लांट प्रधानमंत्री के इस लक्ष्य को सिद्ध कर आत्मनिर्भर गुजरात से आत्मनिर्भर भारत का सपना साकार करने में अहम बनेगा। इस प्लांट में फीड स्टॉक के रूप में मक्का और चावल के भूसे का उपयोग कर इको फ्रैण्डली तकनीक से 500 किलोलीटर प्रति दिन बायोइथेनॉल का उत्पादन किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि कच्चे तेल के आयात घटने के चलते विदेशी मुद्रा में हर वर्ष करीब 70 मिलियन अमरीकी डॉलर की बचत होगी। किसानों से भारी पैमाने पर मक्के की खरीदी की जाएगी जिससे उनके लिए आय के नए द्वार खुलेंगे। मक्का उगाने वाले किसानों की आर्थिक समृद्धि होगी। एमओयू के अवसर पर मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव के. कैलाशनाथन, अतिरिक्त मुख्य सचिव पंकज जोशी व गेल के सीएमडी मनोज जैन व वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।


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