Ahmedabad अहमदाबाद। गुजरात आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) ने सूरत शहर के बाहरी इलाके में मेफेड्रोन निर्माण इकाई का भंडाफोड़ किया है और 51.4 करोड़ रुपये की नशीली दवाएं और कच्चा माल जब्त किया है। एटीएस की एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि इस सिलसिले में तीन लोगों- सुनील यादव, विजय गजेरा और हरेश कोराट को गिरफ्तार किया गया है। इसमें कहा गया है कि तीनों लोगों ने सूरत जिले के पलसाना तालुका के करेली गांव में 20,000 रुपये मासिक किराए पर एक औद्योगिक शेड किराए पर लिया था, जहां वे विभिन्न सामग्रियों का उपयोग करके एमडी ड्रग्स के रूप में भी जाना जाने वाला मेफेड्रोन बना रहे थे। विज्ञप्ति में कहा गया है कि एटीएस अधिकारियों को हाल ही में एक गुप्त सूचना मिली थी कि यादव, गजेरा और कोराट करेली में शेड में मेफेड्रोन बनाने और इसे मुंबई निवासी सलीम सैयद को बेचने में शामिल थे। विज्ञप्ति में कहा गया है कि सूचना के आधार पर एटीएस की एक टीम ने बुधवार रात करेली के दर्शन औद्योगिक क्षेत्र में शेड पर छापा मारा और यादव तथा गजेरा को मौके से गिरफ्तार कर लियातड़के जूनागढ़ में एक स्थान से पकड़ा गया। विज्ञप्ति में कहा गया है कि एटीएस ने इकाई से 4 किलोग्राम मेफेड्रोन और 31.4 किलोग्राम कच्चा माल बरामद किया, जिसकी कीमत 51.4 करोड़ रुपये है। छापे के बाद इकाई को सील कर दिया गया। प्रारंभिक जांच से संकेत मिलता है कि यादव रासायनिक व्यापार में था और उसने इंटरनेट से मेफेड्रोन बनाने की तकनीक सीखी थी। विज्ञप्ति में कहा गया है कि तीनों व्यक्ति एक साथ आए और शेड में दवा बनाना शुरू कर दिया और कुछ समय पहले ही सैयद को 4 किलोग्राम मेफेड्रोन पहुंचा दिया था। मामले में आगे की जांच जारी है। , जबकि कोराट को