सूरत नगर निगम के स्कूलों में शिक्षकों के खाली 625 पदों पर भर्ती को मिली मंजूरी
सूरत नगर निगम (एसएमसी) के पदाधिकारियों ने दावा किया।
सूरत नगर निगम (एसएमसी) के पदाधिकारियों ने दावा किया, कि सरकार ने नगर निगम के स्कूलों में खाली पड़े शिक्षकों के 625 पदों को भरने की मंजूरी दे दी है. जिसके मुताबिक टेम्परेरी टीचर्स के लिए नियुक्ति की जाएगी जबकि नगर प्राथमिक शिक्षण समिति (एनपीएसएस) ने 1,088 रिक्त शिक्षकों के पदों को भरने का अनुरोध किया था.
'इससे शिक्षकों की कमी कम होगी'
हालांकि, एनपीएसएस के अधिकारियों ने दावा किया कि वे अभी स्पष्ट नहीं हैं कि भर्तियां कब होंगी. एसएमसी की स्थायी समिति के अध्यक्ष परेश पटेल ने कहा, "हमें अस्थायी शिक्षकों के साथ 625 पदों को भरने की मंजूरी मिली है. इससे शिक्षकों की कमी कम होगी. आम आदमी पार्टी (आप) द्वारा हाल ही में एसएमसी में बजट पर आयोजित आम बैठक में इस मुद्दे को उठाया गया था, बैठक में अधिकारियों को सोल्युशन निकालने का आश्वासन दिया गया था. एनपीएसएस के एक अधिकारी ने कहा, "एनपीएसएस को अभी तक सरकार से शिक्षकों की भर्ती के बारे में कोई स्पष्ट निर्देश नहीं मिला है. नीति स्तर का फैसला लिया जा सकता था, लेकिन हमें अभी तक इसकी सूचना नहीं दी गई है.
15,000 से अधिक छात्र निजी स्कूलों से एनपीएसएस स्कूलों में चले गए
उन्होंने आगे कहा कि शहर के 319 एनपीएसएस स्कूलों में शिक्षकों के कुल 4,786 पदों में से 1,088 खाली हैं. एसएमसी के शीर्ष अधिकारियों ने दावा किया कि 2021 में 15,000 से अधिक छात्र निजी स्कूलों से एनपीएसएस स्कूलों में चले गए. एनपीएसएस स्कूलों में कुल 1.65 लाख छात्र पढ़ते हैं. आप नेताओं ने आरोप लगाते हुए कहा कि शिक्षकों की कमी शिक्षा की गुणवत्ता को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकती है. अधिकारी भवनों का विकास कर रहे हैं लेकिन इन पोस्ट्स को नहीं भर रहे हैं.