भाजपा विरोधी बयान बने हार्दिक पटेल के लिए मुसीबत, Social Media पर हुए ट्रोल
भाजपा विरोधी बयान
गुजरात के युवा पाटीदार नेता हार्दिक पटेल ने कांग्रेस को अलविदा कहकर भाजपा का दामन तो थाम लिया, लेकिन उनकी मुश्किलें कम होने की बजाय और बढ़ गई. दरअसल 2 जून 2022 को भाजपा की सदस्यता लेते वक्त हार्दिक ने भाजपा के शीर्ष नेताओं की जमकर तारीफ की थी.प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गृह मंत्री ,अमित शाह और बीजेपी नेता जेपी नड्डा, सीआर पाटील और भूपेंद्र पटेल की तारीफों के पुल बांधते हुए उन्होंने कहा था कि ये नेता देश हित में कड़ी मेहनत कर रहे हैं. हार्दिक ने कहा था कि मैं भी उनके साथ ठीक वैसा ही काम करूंगा जैसे रामसेतु बनाते वक्त गिलहरी ने किया था. उनके इस बयान के बाद कांग्रेस के नेता उनके पुराने भाजपा विरोधी बयानों के आधार पर उन्हें बार -बार ट्रोल कर रहे हैं. अब तो पाटीदार आंदोलन के दौरान मारे गए युवाओं को लेकर हार्दिक पटेल से सवाल पूछे जाने लगे हैं, क्योंकि पाटीदार आंदोलन के दौरान हार्दिक पटेल ने कहा था कि राजनीति में वह कभी कदम नहीं रखेंगे. आंदोलन के दौरान मारे गए युवाओं को न्याय दिलाने के साथ पाटीदार समुदाय को आरक्षण मिलने तक अपनी लड़ाई जारी रखेंगे. बोलने में आगे रहने वाले हार्दिक पटेल अब अपने पुराने बयानों से पीछा छुड़ाने की कोशिश में लगे हैं.
साथी नेता बता रहे हार्दिक को स्वार्थी
2015 में शुरू हुए पाटीदार आंदोलन का नेतृत्व करने के दौरान हार्दिक पटेल ने कहा था कि वह राजनीति में कभी भी कदम नहीं रखेंगे. लेकिन अपरोक्ष रूप से कांग्रेस में शामिल हुए बिना 2017 के चुनाव में पूरी मदद की.2019 में हार्दिक ने औपचारिक तौर पर कांग्रेस में शामिल होने का फैसला किया, पाटीदार समुदाय ने उस वक्त भी नाराजगी जताई थी.अब कांग्रेस का दामन छोड़कर हार्दिक पटेल बीजेपी का दामन थाम चुके हैं जिसके बाद फिर उनके ही पुराने बयानों को लेकर उनके पुराने साथी उन्हें घेरने में लगे हुए हैं. सरदार पटेल ग्रुप के लाल जी पटेल हार्दिक पटेल को अवसरवादी और स्वार्थी नेता बताया है. यही नहीं बीजेपी को बुरा भला कहने वाले हार्दिक पटेल के पुराने बयान लगातार ट्रोल किए जा रहे हैं.यही नहीं हार्दिक उस वक्त भी विरोध का सामना करना पड़ रहा है जब वो मंच पर भाषण देते हैं. पहली बार 8 अप्रैल 2018 को मध्यप्रदेश के उज्जैन में हार्दिक पटेल के ऊपर एक युवा ने काली स्याही डाली थी . इसके बाद 19 अप्रैल 2019 को कांग्रेस में शामिल होने के बाद हार्दिक पटेल पर सुरेंद्रनगर में एक जनसभा के दौरान पटेल समुदाय के युवा ने ही उन्हें थप्पड़ मारा था.
कभी हार्दिक ने अमित शाह को कहा था जनरल डायर
2015 में पाटीदार अनामत आंदोलन के दौरान अपनी पहचान बनाने वाले गुजरात के युवा नेता हार्दिक पटेल ने युवाओ पर लाठी चार्ज करवाने पर वर्तमान गृह मंत्री अमित शाह को जनरल डायर तक कह डाला था, क्योंकि 1919 में जलियांवाला बाग में हजारों की भीड़ पर गोलियां जनरल डायर ने ही चलाई थीं. जिसमें सैकड़ों लोग मारे गए थे, अब वही अमित शाह हार्दिक पटेल के लिए कैसे आदर्श बन गए. 30 दिसंबर 2017 को एक ट्वीट में हार्दिक पटेल ने कहा था कि भाजपा में सही लोगों को सम्मान नहीं दिया जाता है, जो अमित शाह के पैरों की जूती बनकर रहता है उनको आगे किया जाता है. इसी तरह उन्होंने कई अन्य बयान भी भाजपा के विरोध में दिए थे, जो अब बार-बार सामने आ रहे हैं और हार्दिक पटेल के लिए मुसीबत बन रहे हैं.
हार्दिक कि वे बयान जो सुर्खियों में हैं
सुबह का देशद्रोही शाम को भाजपा में जुड़ जाए तो उसे देश भक्त कहते हैं. (16 दिसंबर 2016 को ट्वीट )
हिंदू मुस्लिम का चश्मा हटा कर देखो, भाजपा बिल्कुल नंगी और बेशर्म नजर आएगी. ( 3 अक्टूबर 2018 का ट्वीट)
हार जीत के कारण पाले व्यापारी बदलते हैं, विचारधारा के अनुयायी नहीं. लडूंगा, जीतूंगा और मरते दम तक कांग्रेस में रहूंगा. (एक सभा के दौरान)