केंद्रीय मंत्री और राज्यसभा में सदन के नेता पीयूष गोयल ने गुरुवार को काले कपड़े पहनने को लेकर विपक्षी नेताओं पर हमला बोलते हुए कहा कि उनकी पोशाक की तरह उनका भविष्य भी काला है।
मणिपुर अशांति के विरोध में विपक्षी सांसद काले कपड़े पहनकर संसद पहुंचे। वे इस मुद्दे पर चर्चा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान की भी मांग कर रहे हैं।
गोयल ने कहा, ''मुझे लगता है कि जो लोग काले कपड़े पहन रहे हैं, वे देश की बढ़ती ताकत को नहीं समझ सकते। उनका वर्तमान, अतीत और भविष्य अंधकारमय है। उनके दिल काले हैं और इस बार उन्होंने काला पहना भी है।”
इस बीच विदेश मंत्री एस जयशंकर ने गुरुवार को राज्यसभा में भारत की विदेश नीति और उसके बढ़ते प्रभाव पर बयान दिया. हालांकि इस दौरान विपक्षी सांसद सदन में मणिपुर मुद्दे पर चर्चा के लिए नारे लगाते रहे.
जयशंकर के संबोधन को लेकर तृणमूल कांग्रेस सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने कहा कि संसद में विदेशी मामलों पर 30 मिनट का अंतहीन बयान पढ़ने के बाद पीएम नरेंद्र मोदी के मंत्री और सरकार की प्राथमिकताएं स्पष्ट हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के लिए मणिपुर में लोगों की तकलीफों से ज्यादा महत्वपूर्ण पर्यटन है.
कांग्रेस समेत विपक्षी दलों की मांग है कि राज्यसभा में नियम 267 के तहत मणिपुर हिंसा मुद्दे पर विस्तार से चर्चा होनी चाहिए. उनका कहना है कि प्रधानमंत्री को मणिपुर हिंसा के मुद्दे पर संसद में बयान देना चाहिए और फिर उस बयान पर चर्चा होनी चाहिए.
उधर, सरकार ने अल्पकालिक चर्चा को मंजूरी दे दी है. उक्त मांग को लेकर संसद में विपक्ष और सत्ता पक्ष के बीच लगातार टकराव देखने को मिल रहा है.
इस स्थिति के बीच, विपक्षी सांसदों ने मणिपुर मुद्दे पर विरोध स्वरूप संसद में काले कपड़े पहनने का फैसला किया।