गोवा में फंसे यूक्रेन के पर्यटकों ने भारत सरकार से लगाई गुहार,कहा- 'हमें शरणार्थी का दर्जा दें'

पर्यटक के तौर पर गोवा आए यूक्रेन के करीब 10 से 12 नागरिकों के एक समूह ने अपने देश पर रूस के हमले के खिलाफ शुक्रवार को राजधानी पणजी में शांतिपूर्ण विरोध मार्च निकाला.

Update: 2022-02-26 12:00 GMT

पणजी . पर्यटक के तौर पर गोवा आए यूक्रेन के करीब 10 से 12 नागरिकों के एक समूह ने अपने देश पर रूस के हमले के खिलाफ शुक्रवार को राजधानी पणजी में शांतिपूर्ण विरोध मार्च निकाला. यहां उन्होंने सेंट मेरी इमकुलेट कंसेप्शन चर्च के बाहर प्रदर्शन किया. वे अपने देश के समर्थन में तख्तियां लिये हुए थे. इनलोगों ने रूस और यूक्रेन के बीच संघर्ष खत्म होने तक भारत सरकार से शरणार्थी का दर्जा देने की भी गुहार लगाई.

ये प्रदर्शनकारी हाथ में यूक्रेन का झंडा पकड़े हुए और अपने चेहरे पर राष्ट्रीय ध्वज पेंट करवाए थे. इस दौरान Say No To War के बैनर थामे उन्होंने 'यूक्रेन के साथ हैं' जैसे नारे लगाए. पर्यटकों ने कहा कि भारत को उनके देश की मदद करनी चाहिए, जिस पर रूस ने आक्रमण कर दिया है. उन्होंने कहा कि उनका देश अपने अस्तित्व के लिए लड़ रहा है.रूसी सैनिकों के कीव के बाहरी इलाके में पहुंचने पर वाई.जेनिया मारिंच अपनी मां को लेकर चिंतित हैं. उन्होंने कहा, "मेरी मां कीव में है और बमबारी से बचने के लिए एक तहखाने में छिपी हुई हैं." जेनिया, यहां यूक्रेन के नागरिकों द्वारा किये गये एक शांतिपूर्ण प्रदर्शन में शामिल हुई.
'रूसी हमले को रोकने के लिए भारत दखल दे'
यहां सेंट मेरी इमकुलेट कंसेप्शन चर्च के पास एकत्र हुए प्रदर्शनकारियों ने मांग की कि उनके देश पर रूस के हमले को रोकने के लिए भारत को हस्तक्षेप करना चाहिए. जेनिया ने कहा, "हम भारत से मदद का अनुरोध करते हैं. भारत एक शक्तिशाली देश है." उन्होंने कहा कि यूक्रेन के कई लोग गोवा में बसे हुए हैं, लेकिन कुछ यूक्रेनी नागरिक पर्यटक के तौर पर आए और अब फंस गये हैं.
'भारत से यूक्रेन की मदद करने का अनुरोध करते हैं'
एक अन्य प्रदर्शनकारी ने कहा, "हम स्थिति के बारे में भारतीयों के बीच जागरूकता लाने के लिए प्रदर्शन कर रहे हैं. हम शांति चाहते हैं." उन्होंने कहा, "भारत एक शक्तिशाली देश है. हम भारत से हमारी और यूक्रेन की मदद करने का अनुरोध करते हैं. हम प्रतिबंधों से भी कुछ अधिक चाहते हैं तथा यह आज और अभी होना चाहिए."
प्रदर्शन में शामिल यूक्रेन के एक प्रदर्शनकारी ने कहा, "हम अपने देश वापस नहीं जा सकते. इसलिए हम भारत सरकार से हमें शरणार्थी का दर्जा देने के साथ ही यह भी गुजारिश करते हैं कि वह रूस को पीछे हटने के लिए कहे."


Tags:    

Similar News