स्वच्छ ऊर्जा प्रौद्योगिकी ज्ञान में यूरोपीय देशों के निवेश से सभी को लाभ होगा

Update: 2023-08-22 09:15 GMT
गोवा: यूरोपीय संघ की ऊर्जा आयुक्त कादरी सिमसन ने शनिवार को कहा कि स्वच्छ ऊर्जा प्रौद्योगिकी ज्ञान में यूरोपीय देशों के निवेश से दुनिया भर के देशों को फायदा होगा। सिमसन ने यहां जारी जी20 ऊर्जा परिवर्तन मंत्रिस्तरीय बैठक से इतर पीटीआई-से कहा कि यूरोप में देशों ने अपने लिए ऐसे लक्ष्य निर्धारित किए हैं जो दुनिया भर में प्राप्त करने योग्य लक्ष्यों की तुलना में काफी अधिक महत्वाकांक्षी हैं। उन्होंने कहा, “ऐसा करके हम स्वच्छ ऊर्जा प्रौद्योगिकी ज्ञान में भी निवेश कर रहे हैं। इसका मतलब है कि दुनिया भर के सभी देशों को फायदा होगा।’’ स्वच्छ ऊर्जा से तात्पर्य ग्रीनहाउस गैस का उत्सर्जन किए बिना पुनर्चक्रण योग्य स्रोतों से उत्पन्न बिजली से है। स्वच्छ ऊर्जा स्रोतों में पवन, सौर, ज्वारीय और भूतापीय ऊर्जा के साथ-साथ जल, जैव ईंधन और परमाणु ऊर्जा शामिल हैं।
सिमसन ने कहा कि यूरोपीय देश यह समझाने की कोशिश कर रहे हैं कि एक साथ मिलकर ही हम (सभी देश) जलवायु परिवर्तन की सबसे बड़ी चुनौती से निपट सकते हैं। यूरोपीय संघ की शीर्ष अधिकारी ने कहा कि एक आम खोजना महत्वपूर्ण है जो भागीदारों को कार्बन उत्सर्जन कटौती में अपने प्रयासों को बढ़ाने के लिए प्रेरित करेगी। उन्होंने कहा, “यह आखिरी साल हो सकता है जब हम अभी भी नज़र रखने और जलवायु के बढ़ते तापमान को रोकने में सक्षम होंगे। इसके लिए, हमें नवीकरणीय उत्पादन को तीन गुना करने की आवश्यकता होगी और हमें ऊर्जा दक्षता को भी प्राथमिकता देनी होगी।’’ सिमसन ने कहा, हमारे लिए, यह महत्वपूर्ण है कि यहां जी20 में हमारे सभी साझेदार इस बात पर सहमत हों कि हम पिछले दशकों की तुलना में ऊर्जा दक्षता में दोगुना सुधार करेंगे। शनिवार को जी20 प्रतिनिधियों को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संबोधन का जिक्र करते हुए सिमसन ने कहा कि यह बहुत आशाजनक है कि भारत, जो एक तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है, स्वच्छ समाधानों को प्राथमिकता देता है।
उन्होंने कहा, ‘‘अपनी आर्थिक वृद्धि को बढ़ावा देने के लिए आप काफी अधिक उपभोग करेंगे। हमें नयी प्रौद्योगिकियां खोजने की जरूरत है। हमारा संयुक्त प्रयास ऐसे विकल्प ढूंढ़ना होगा जो किफायती समाधान प्रदान करेंगे, साथ ही उन समाधानों को भी प्राथमिकता देंगे जो हमारे ग्रह को प्रदूषित नहीं करेंगे।’’ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को कहा कि जलवायु परिवर्तन से निपटने में भारत ने अपनी नेतृत्व क्षमता का प्रदर्शन किया है। उन्होंने कहा कि भारत हरित विकास और ऊर्जा क्षेत्र में परिवर्तन की दिशा में उल्लेखनीय प्रयास कर रहा है। मोदी ने जोर देकर कहा कि देश मजबूती के साथ अपनी जलवायु प्राथमिकताओं को पूरा करने की दिशा में बढ़ रहा है।
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