जो बोया वही पाएगा, तेरा किया तेरे सामने आएगा

Update: 2024-10-18 05:41 GMT

 ज़ाकिर घुरसेना/ कैलाश यादव

राज्य सरकार ने राज्य के एक सेवानिवृत्त आईएएस अफसर को कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया है। सेवानिवृत्त आईएएस आरएस विश्वकर्मा को कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया है। विश्वकर्मा को राज्य पिछड़ा वर्ग कल्याण आयोग के अध्यक्ष के नाते यह दर्जा दिया गया है। आदेश में यह भी स्पष्ट किया गया है कि कैबिनेट मंत्री का दर्जा केवल शिष्टाचार के लिए दिया गय़ा है। इस आदेश के बाद रिटायर्ड होने वाले कई आईएएस सरकार में पूरी तरह समर्पित हो गए ताकि अघले साल रिटायर्ड हो तो किसी न किसी आयोग के अध्यक्ष बन सके। जनता में विपक्ष का आरोप है ताली दोनों हाथ से बजती है। जब आईएएस रहे होंगे तो पूरी तरह सरकारी अफसर होते हुए भी पार्टी कार्यकर्ता की तरह काम किए होंगे । इसी का इनाम मिला है। इसीलिए बड़े बुजुर्ग कहते है कि जो वोया वही पाएगा। तेरा किया तेरे सामने आएगा

पुलिस की गांधी गिरी

जब से बड़े साहब ने निजात अभियान चला कर थाने दारों जिम्मेदारी सौंपी है तब से पुलिस एकाएक सक्रिय होकर पूरी तरह गांधी गिरी के जिरए टारगेट पूरा करने में पूरी तरह जोर लगा रहे है। मामला गुढिय़ारी थाने का है जहां देर रात तक शराबी कोचिए , सटोरिए , जेबकट, गुंडे बदमाश अपराधी धमा चौकड़ी मचाते है और लोगों की नींद हराम करते है पुलिस उन्हें पकडऩे के बजाय आमनागरिकों को पकड़ कर प्रतािड़त कर रही है ये कैसी गांधी गिरी है। गुढिय़ारी थाने के साहब कुशवाह जी गुंडे बदमाशों को पकडऩे के बजाय आम नागिरकों को राते में आते जोते रोक कर गांड़ी जब्त कर अपराध को नियंत्रित करने की काना पूर्ति कर रहे है। विगत दिनों एक बाइक सवार तो अपने बच्चों को लेकर रात दस बजे भारतमाता चौक चाउमीन खिलाने आया था, पुलिस ने चाबी छिनी और गाड़ी को थाने में खड़े करवा दिया। पुलिस की गांधी गिरी से आम नागरिक दहशत में है कही किसी की गाड़ी पर कुशवाह साहब की गांधीगिरी नजर नही लग जाए।

कांग्रेसी की खामोशी का रहस्य क्या है..

रायपुर दक्षिण विधानसभा उपचुनाव में पहलवानों ने अखाड़े में उतरने की पूरी तैयारी कर ली है, मगर अखाड़े के महंत परमिसन नहीं दे रहे है। ये दोनों अखाड़े के महंतों में पहले आप पहले आप वाला मौन स्पर्धा चलता दिखा रहा है। राजनीति के जानकारों के साथ जनता में भी खुसुर-फुसुर है कि हम किसका प्रचार करेंगे । अब तो बृजमोहन भैया नहीं है जो सभी को माखन मिश्री खिलाते थे। अब तो दावेदारों के दावेदारी भी नहीं कही नजर नहीं आ रही है लगता है सभी दावेदार पार्टी कार्यालय में जाकर कोनटे की राजनीति कर रहे हैं। कुछ लोग खामोश हैं कि पहले पत्ता कौन खोले उसके बाद कोई तगड़ा आसामी मैदान में उतरा जाए जो दक्षिण की परंपरा का कायम रख सके। सभी लाल पीले होकर चुनाव में मदमस्त हो जाएं और चुनाव यूं ही जीत जाएं।

दक्षिण मुखी हनुमान की तलाश

दक्षिण विधानसभा जीतने के लिए राजनीतिक पार्टियों को हनुमान की तलाश है। जो पार्टी का उद्धार कर दे। आमतौर पर लोग कार्य की सफलता के लिए हर आम और खास दक्षिण मुखी हनुमान जी के दर्शन लाभ लेकर काम की शुरुआत करना चाहते है। रायपुर दक्षिण से स्वयं राजनीति के हनुमान चुनाव लड़ते आ रहे है उनके आगे चुनाव हारने वाला भी लाभ का भागीदार होकर जीत जाता है यही वजह है कि दक्षिण में प्रत्याशी की फेहरिस्त काफी लंबी होती है। इस बार उपचुनाव में स्वयं राजनीति के हनुमान सीधे तौर पर नहीं है लेकिन पर्दे के पीछे वहीं रहेंगे ही। दूसरी बात लोग ये भी बोलते है कि दक्षिण से भाजपा की टिकट यानी जीत की टिकट। दूसरी ओर उनके प्रतिव्दंदी की टिकट यानी साथ पीढ़ी तर जाने का इंतजाम माना जाता है।जनता में खुसुर-फुसुर है कि अन्य क्षेत्रों में हार जीत के लिए चुनाव में मेहनत करते है लेकिन दक्षिण में लोग टिकट पाने के लिए मेहनत करते है। इसी बात को लोग इस चुनाव की मूल मंत्र मान कर चल है कि कुछ पा लेना जीत नहीं औऱ कुछ खो देना हार नहीं , यह केवल समय का प्रभाव है, और परिवर्तन तो समय का स्वभाव है।

कांग्रेस का ददा वंदन योजना

इस बात की चर्चा जोरों पर है कि भाजपा के दिल्ली मुख्यालय में प्रदेश से जो तीन नाम भेजे गए है। उनमें जातिगत समीकरण को लेकर पार्टी का मंथन चल रहा है और प्रत्याशी की घोषणा कभी भी हो सकती है। इस बार रायपुर दक्षिण के चुनाव में खास बात यह रही है कि पार्टी के नेताओं के साथ ही साहू समाज, कुर्मी समाज और ब्राम्हण समाज ने भी अपने-अपने समाज के लोगों को मौका देने की मांग की है। इन समाजों की यह मांग भाजपा व कांग्रेस दोनों से ही है।

रायपुर दक्षिण के इस दंगल में भाजपा प्रमुख रूप से शहरी क्षेत्र में दो मुद्दों को भुनाने की कोशिश करेगी। इसमें प्रमुख रूप से महतारी वंदन योजना के तहत महिलाओं को एक हजार रुपये देने का मामला हो या फिर प्रधानमंत्री आवास योजना का मामला हो। रायपुर सांसद बृजमोहन अग्रवाल का कहना है कि डबल इंजन की सरकार में विकास होगा और रायपुर-दक्षिण में नौवीं बार कमल खिलेगा। जनता में खुसुर-फुसुर है कि भाजपा के काट के िलए कांग्रेसी तुरूप का एक्का वाला एक नया योजना ला रहे है जो नहतारी वंदन योजना को फेल कर देगी। उनका नाम है ददा वंदन योजना लांच कर रही जो चुनाव के दौरान सारे ददाओँ को खाते में देने के बजाय लोगों को पदाधिकारी बनाकर कांग्रेस ददाओ्ं का वंदन करेगी।

नकली शराब औऱ नकली होलोग्राम पर अंकुश

कैबिनेट में तय किया गया कि केंद्र सरकार के उपक्रम भारत प्रतिभूति मुद्रणालय, नासिक रोड (महाराष्ट्र) से होलोग्राम की खरीदी होगी। ऐसा इसलिए ताकि सिक्योरिटी फीचर्स के साथ होलोग्राम मिले। इससे अवैध शराब की पहचान करना आसान हो जाएगा और अवैध व्यापार पर रोक लगाई जा सकेगी। जनता में खुसुर-फुसुर है कि ये काम तो पूर्ववर्ती सरकार ने नोएडा में होलोग्राम बनवाने का ठेका दिया था, वहां भी खेला हो गया था, नासिक में होलोग्राम बनने का क्या गारंटी कि शराब और होलोग्राम नकली नहीं होगी। 

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