Raipur. रायपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से उपहार में काकोरी आमों की टोकरी पाकर उन्हें पत्र लिखकर हृदय से धन्यवाद प्रेषित करते हुए कहा है कि यह उपहार पाकर मैं अत्यंत भावुक और अभिभूत हूं। मुख्यमंत्री श्री साय ने योगी आदित्यनाथ को लिखे पत्र में कहा है कि आपके मधुर संदेश के साथ मुझे प्राप्त हुए काकोरी आमों का स्वाद अत्यंत ही मधुर है। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि उत्तर प्रदेश की पहचान आमों से भी है और महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों से भी। उन्होंने कहा कि उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इन दोनों पहचानों को एकाकार करते हुए जो अद्भुत पहल की है, वह प्रेरक है। स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को सम्मान देने का यह श्रेष्ठ तरीका है। इससे हम अपने महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों से भावनात्मक जुड़ाव स्थापित करते हुए उस महान संग्राम की यादों को अपने सबसे प्रिय क्षणों में शामिल कर सकेंगे।
श्री साय ने पत्र में उल्लेख किया है कि ऐतिहासिक रूप से भी उत्तर प्रदेश और छत्तीसगढ़ भावनात्मक रूप से हमेशा जुड़े रहे हैं। उत्तर कोसल और दक्षिण कोसल के रूप में पहचाने वाले दोनों भू-भागों के निवासीगण राजा राम की ही प्रजा रहे हैं। प्रभु श्रीराम की माता कौशल्या ने छत्तीसगढ़ में जन्म लिया और भगवान श्री राम का जन्म अयोध्या में हुआ। उन्होंने कहा कि प्रभु श्रीराम जब भी अयोध्या से छत्तीसगढ़ ननिहाल आते रहे होंगे, तब उनके साथ रसीले आमों के टोकरे भी जरूर आते रहे होंगे, तभी छत्तीसगढ़ के आमों में भी ऐसा ही स्वाद है। वनवास के समय यहां के आम हमारे रामलला को वहां के आमों की अवश्य याद दिलाते रहे होंगे। उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ ने काकोरी आमों के साथ छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री साय को भेजे गए पत्र में उत्तरप्रदेश में आमों के प्रचुर उत्पादन और वहां की लोकप्रिय प्रजातियों का विस्तार से उल्लेख किया है। उन्होंने बताया है कि स्वतंत्रता संग्राम का साक्षी रहा काकोरी आम उत्पादन का भी प्रमुख केंद्र है। उत्तर प्रदेश सरकार ने आमों का विपणन काकोरी ब्रांड के नाम से शुरू किया है।