रायगढ़। लैलूंगा थाना क्षेत्र के ग्राम पहाड़लुडेग में युवक निलांबर यादव (28) की हत्या मामला को लैलूंगा पुलिस ने महज 24 घंटे में सुलझा लिया। हत्या के पीछे मृतक की पत्नी तिलासो माझी का हाथ होने का खुलासा हुआ, जिसने पति की चरित्र शंका और प्रताड़ना से क्षुब्ध होकर धारदार हथियार (टांगी) से पति को मार डाला।
जानकारी के अनुसार 16 नवंबर की सुबह, ग्राम पहाड़ लुडेग में निलांबर यादव का शव उसके घर में खाट पर पड़ा मिला। उसके गले पर धारदार हथियार से वार के निशान थे। घटना की सूचना पर थाना प्रभारी लैलूंगा निरीक्षक राजेश जांगड़े ने वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में मौके पर पहुंचकर जांच शुरू की। मृतक के चचेरे भाई सेतराम राउत ने बताया कि निलांबर आठ साल पहले तिलासो माझी को पत्नी बनाकर घर लाया था। दोनों का चार साल का बेटा भी है। घटना के दिन गांव में कार्तिकेश्वर मेला था, जहां परिवार के अन्य सदस्य गए थे। सुबह निलांबर की हत्या की सूचना मिलने पर घर पहुंचे तो शव खाट पर पड़ा मिला। अज्ञात आरोपी के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई।
पुलिस अधीक्षक दिव्यांग कुमार पटेल के निर्देश पर लैलूंगा थाना प्रभारी और उनकी टीम ने जांच तेज की। घटनास्थल की गहन पड़ताल और डॉग स्क्वाड की मदद से सबूत जुटाए गए। पूछताछ के दौरान पत्नी तिलासो माझी पर शक गहराया। कड़ी पूछताछ में तिलासो ने कबूल किया कि उसने 16 नवंबर को भोर में अपने पति निलांबर यादव की हत्या की। उसने बताया कि मेला देखने के बाद रात तीन बजे वह घर लौटी और पति के साथ सो गई। सुबह जब वह दोबारा मेला जाने की तैयारी कर रही थी, तो दोनों में झगड़ा हुआ। चरित्र शंका और प्रताड़ना से परेशान होकर उसने घर में रखी टांगी से निलांबर के गले पर वार कर दिया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
तिलासो माझी ने हत्या में प्रयुक्त टांगी को पुलिस के सामने पेश किया, जिसे जब्त कर लिया गया। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
पुलिस अधीक्षक दिव्यांग कुमार पटेल के दिशा-निर्देशन एडिशनल एसपी आकाश मरकाम और एसडीओपी धरमजयगढ़ सिद्धांत तिवारी के मार्गदर्शन में इस मामले का पटाक्षेप हुआ। थाना प्रभारी निरीक्षक राजेश जांगड़े, उप निरीक्षक मानकुंवर सिदार, सहायक उपनिरीक्षक चंदन नेताम, प्रधान आरक्षक रामरतन भगत, जयशरण चन्द्रा आरक्षक मयाराम राठिया, सुरेश मिंज त्वरित कार्रवाई और दक्षता की प्रशंसा की जा रही है। पुलिस ने एक जघन्य हत्या के मामले को तेजी से सुलझाकर न्याय की दिशा में बड़ा कदम उठाया है।