रायपुर। जरूरतमंद लोगों के लिए रक्त की आवश्यकता को पूरा करने के उद्देश्य से जिला चिकित्सालय पंडरी द्वारा नगर पंचायत मंदिर हसौद के पंचायत भवन में एक दिवसीय स्वैच्छिक रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। इस दौरान लोगों को स्वैच्छिक रक्तदान के लिए जागरूक किया गया ताकि आवश्यकता पड़ने पर जरूरतमंद को रक्त उपलब्ध कराया जा सके। मंदिर हसौद में आयोजित हुए स्वैच्छिक रक्तदान शिविर की जानकारी देते हुए जिला अस्पताल पंडरी के डॉ.नीरज ओझा ने बताया: ''मंदिर हसौद नगर पंचायत भवन में एक दिवसीय स्वैच्छिक रक्तदान शिविर के साथ साथ जागरूकता शिविर का आयोजन भी किया गया । शिविर में स्थानीय लोगों ने बढ़ चढ़कर रक्तदान में भाग लिया। शिविर का उद्घाटन नगर पंचायत अध्यक्ष ओम प्रकाश यादव ने किया। इस मौके पर उन्होंने भी रक्तदान किया। जिला अस्पताल पंडरी में स्थापित रक्तदान केंद्र पर स्वैच्छिक रक्तदाता कभी भी आकर रक्तदान कर सकते हैं। रक्तदान का महत्व तब समझ आता है,जब अपना सबसे करीबी व्यक्ति को रक्त की आवश्यकता पड़ती है।"
सिविल सर्जन डॉ.पीके गुप्ता ने बताया, "इस शिविर में ऐसे लोगों को भी स्वेच्छा से रक्तदान करने के लिये प्रोत्साहित किया गया जो केवल अपने मित्रों या रिश्तेदारों को रक्तदान करते हैं। रक्तदान का महत्व तब और बढ़ जाता है जब गंभीर रोगों जैसे: एड्स, हेपेटाइटिस-बी, हेपेटाइटिस-सी, मलेरिया और अन्य बहुत से रोगों से बचाने के लिये रक्त की जरूरत हो जाती है। स्वैच्छिक रक्तदाताओं का रक्त सुरक्षित होता है। गंभीर बीमारी, बच्चे के जन्म से संबंधित जटिलताओं, सड़क यातायात दुर्घटनाओं और कई आकस्मिक परिस्थितियों से निकलने के लिए स्वैच्छिक रक्तदान बहुत जरूरी है। रक्तदान के प्रति फैली भ्रांतियों को भी युवा साथियों के बीच दूर करना आवश्यक है और रक्तदान के प्रति अधिक से अधिक लोगों को जागरूक करने के लिए सभी को आगे आना चाहिए।"
शिविर को सफल बनाने में वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉ. एसएन पांडे, श्रीमती प्रार्थना छत्रे, हेमंत साहू, कीर्ति औसर एवं शैलेंद्र सोनी के साथ रेड क्रॉस सोसायटी का विशेष सहयोग रहा।
रक्तदान के है कई फायदे
रक्तदान से हार्ट अटैक की संभावनाएं कम होती हैं। आयरन की मात्रा को बैलेंस करने से लिवर हेल्दी बनता है और रक्तदान का एक फायदा यह भी है कि रक्तदान करते समय 5 तरह के टेस्ट किए जाते हैं। अगर किसी व्यक्ति को कोई बीमारी है तो उसका भी पता चल जाता है।
कौन कर सकता है रक्तदान
रक्तदान करने के लिए रक्तदाता की उम्र 18 से 60 साल के बीच होनी चाहिए जिसका वजन 45 किलोग्राम से अधिक हो। शारीरिक रूप से सेहतमंद होना भी जरूरी है। खून में हीमोग्लोबिन का स्तर 12.5 जी/डीएल या इससे ऊपर होनी चाहिए। रक्तदान करने वाले व्यक्ति को ब्लड प्रेशर, कैंसर, एड्स जैसी बीमारी नहीं होनी चाहिए। सेहतमंद व्यक्ति हर 3 महीने में रक्तदान कर सकता है।