जनता से रिश्ता वेबडेस्क। रायगढ़। जिले के छाल एसईसीएल क्षेत्र के बोजिया से धुलचैक और छाल से एडु पुल तक सड़क के नवीनीकरण की मांग को लेकर धरमजयगढ़ जनपद उपाध्यक्ष रमेश अग्रवाल के नेतृत्व में ग्रामीणों द्वारा आज नवापारा में चक्काजाम किया गया है। इस संबंध में जानकारी देते हुए रमेश अग्रवाल ने बताया कि पूर्व में इस सड़क के नवीनीकरण को लेकर उप क्षेत्रीय प्रबंधक एसईसीएल छाल को पत्र सौंपकर 5 दिवस के कार्यवाही के संबंध में अवगत कराने का निवेदन किया गया था किंतु एमईसीएल प्रबंधन द्वारा आज तक कोई कार्यवाही नही की गई।
और इसी बात से नाराज होकर आज छाल के नवापारा में जनपद उपाध्यक्ष के नेतृत्व में ग्रामीणों ने चक्काजाम कर दिया है। उन्होंने बताया कि जर्जर सड़कों के कारण होने वाले धूल-धक्कड़ से लोगों का जीना मुश्किल हो गया है। उन्होंने बताया कि इस पूर्व निर्धारित कार्यक्रम की सूचना धरमजयगढ़ एसडीएम को पहले ही दे दी गई है।
चक्काजाम के दौरान जनपद उपाध्यक्ष रमेश अग्रवाल नवापारा सरपंच, बोजिया सरपंच, ताम्रध्वज नायक सहित बड़ी तादाद में ग्रामीण मौजूद हैं। वहीं सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के मद्देनजर छाल थाना प्रभारी मौके पर हैं।
साथ ही छाल एसईसीएल प्रबंधन व प्रशासनिक अधिकारियों के मौके पर पहुँचने का सिलसिला जारी है। धुलचैक और छाल से एडु पुल तक सड़क के नवीनीकरण की मांग को लेकर धरमजयगढ़ जनपद उपाध्यक्ष रमेश अग्रवाल के नेतृत्व में ग्रामीणों द्वारा आज नवापारा में चक्काजाम किया गया है।
इस संबंध में जानकारी देते हुए रमेश अग्रवाल ने बताया कि पूर्व में इस सड़क के नवीनीकरण को लेकर उप क्षेत्रीय प्रबंधक एसईसीएल छाल को पत्र सौंपकर 5 दिवस के कार्यवाही के संबंध में अवगत कराने का निवेदन किया गया था किंतु एमईसीएल प्रबंधन द्वारा आज तक कोई कार्यवाही नही की गई। उन्होंने बताया कि जर्जर सड़कों के कारण होने वाले धूल-धक्कड़ से लोगों का जीना मुश्किल हो गया है। उन्होंने बताया कि इस पूर्व निर्धारित कार्यक्रम की सूचना धरमजयगढ़ एसडीएम को पहले ही दे दी गई है।
चक्काजाम के दौरान जनपद उपाध्यक्ष रमेश अग्रवाल नवापारा सरपंच, बोजिया सरपंच, ताम्रध्वज नायक सहित बड़ी तादाद में ग्रामीण मौजूद रहे। वहीं सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के मद्देनजर छाल थाना प्रभारी भी मौके पर उपस्थित रहे। ग्रामीणों के द्वारा चक्काजाम करने की जानकारी मिलने पर छाल एसईसीएल प्रबंधन व प्रशासनिक अधिकारी भी मौके पर पहुँचे मगर समाचार लिखे जाने तक मामला सुलझ नही पाया था और ग्रामीणों का आंदोलन जारी था।