बिलासपुर। महिला थाना परिसर में बने परिवार परामर्श केंद्र में पति-पत्नी के बीच सुलह कराने के लिए एक वीडियो हॉल बना दिया गया है जहां लघु फिल्मों और गाने दिखाए जा रहे हैं। इसका परिणाम बेहतर निकला है और दर्जनों परिवार बिखरने से बच गए हैं। बिलासपुर में पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार की पहल पर नशे के विरुद्ध चलाये जा रहे निजात अभियान का विस्तार किया गया है। अब नशे की लत के कारण जिन परिवारों में कलह है,उनकी काउंसलिंग कराई जा रही है।आईयूसीडब्ल्यूसी प्रभारी एएसपी गरिमा द्विवेदी और महिला थाना प्रभारी भारती मरकाम ने बताया कि महिला थाना परिसर स्थित परिवार परामर्श केंद्र में एक वीडियो हॉल बनाया गया है। इसमें लघु फिल्मों के माध्यम से दिखाया जा रहा है कि छोटी मोटी गलतियों के कारण कलह बढ़ती जाती है। इससे बच्चे पिस जाते हैं, जिनकी कोई गलती नहीं होती। प्रायः परिवार में लड़ाई पति के नशे का आदी होने के कारण होता है। नशा छुड़ाने के लिए पति की काउंसलिंग अलग से की जाती है। कई बार विवाद में परिजनों की भूमिका रहती है तो पूरे परिवार को एक साथ बिठाकर फिल्म दिखाई जाती है। इन फिल्मों का उनमें भावनात्मक और सकारात्मक प्रभाव देखने को मिलता है।
थाना प्रभारी ने बताया कि सीपत इलाके की एक 28 वर्षीय युवती की शादी को तीन साल हुए हैं। वह शिकायत लेकर आई कि पति शराब पीकर मारपीट और गाली गलौच करता है। लड़की पैदा हो गई है उसके बाद से मनमुटाव बढ़ गया है। पति को परामर्श केंद्र में बुलाया गया। उसकी शिकायत थी कि पत्नी बार-बार मायके जाती है। खाना बनाकर नहीं देती, बात करने का तरीका ठीक नहीं है। दोनों को समझाया गया फिर उन्होंने पति-पत्नी के रिश्तों के महत्व को दर्शाने वाली लघु फिल्म भी देखी। परामर्श केंद्र से दोनों एक साथ रहने का फैसला करके बाहर निकले। बिलासपुर के एक दंपती ने तीन साल पहले प्रेम विवाह किया था। पति के खिलाफ महिला की शिकायत थी कि पति नौकरी में बाहर रहता है, यहां उसके पास नहीं आता। पति से बात की गई तो मालूम हुआ कि उसे कुछ शंकायें थीं। उनको भी परिवार को जोड़ने वाले वीडियो दिखाये गए। दोनों को गलती का एहसास हुआ और समझौता करके लौटे।
एक महिला ने आकर शिकायत की कि उसकी शादी को 22 साल हो गए हैं। बीते कुछ साल से पति झगड़ा करता है। दो साल के भीतर तो व्यवहार और बदल गया है। पति का कहना है कि लड़ाई नहीं नोक-झोंक होती ह । दोनों ने माना कि इतना लंबा साथ निभा चुके हैं, उन्हें आगे भी एक साथ रहना है। एक और मामले में दंपति की शादी 3 साल पहले हुई थी। पत्नी को शिकायत थी कि पति झगड़ा करता है। पति का कहना था कि वह अलग रहने की जिद करती है, बार-बार मायके जाती है। इसमें भी दोनों समझौता करके घर लौटे। तीन बच्चों की एक मां अपने पति के खिलाफ शिकायत लेकर आई थी कि उसका पति शराब पीकर आये दिन मारपीट करता है। पति को पहले भी समझाया जा चुका था। परिवार परामर्श केंद्र में उसकी लंबी काउंसलिंग हुई। उसे समझाया गया कि असल झगड़ा शराब के कारण हो रहा है, उसे यह छोड़ना होगा। पति ने शराब नहीं पीने का भरोसा दिलाया और पत्नी को अपने साथ लेकर गया।