New Delhi/Bijapur. नई दिल्ली/बीजापुर। नक्सल मुक्त भारत बनाने की दिशा में सुरक्षा बलों ने छत्तीसगढ़ के बीजापुर में बड़ी सफलता हासिल की है। इस ऑपरेशन में 31 नक्सलियों को ढेर करने के साथ ही भारी मात्रा में हथियार और विस्फोटक सामग्री भी बरामद की गयी है। मानवता विरोधी नक्सलवाद को समाप्त करने में आज हमने अपने दो बहादुर जवानों को खोया है। यह देश इन वीरों का सदा ऋणी रहेगा। शहीद जवानों के परिजनों के प्रति भावपूर्ण संवेदनाएँ व्यक्त करता हूँ। साथ ही पुनः यह संकल्प दोहराता हूँ कि 31 मार्च 2026 से पहले हम देश से नक्सलवाद को जड़ से समाप्त कर देंगे, ताकि देश के किसी भी नागरिक को इसके कारण अपनी जान न गँवानी पड़े।
वही इस पूरे मामले की जानकारी देते हुए बस्तर आईजी पी. सुंदरराज ने बीजापुर मुठभेड़ पर बताया, "जिला बीजापुर के नेशनल पार्क क्षेत्र में माओवादियों की मौजूदगी की सूचना पर बीजापुर DRG, STF और संयुक्त बल को रवाना किया गया था। आज ऑपरेशन के दौरान माओवादियों और सुरक्षा बलों के बीच कई बार मुठभेड़ हुईं। मुठभेड़ के बाद सर्चिंग में अब तक कुल 31 माओवादियों के शव बरामद किए गए हैं। हमारे 2 जवान घायल हुए हैं, उनकी हालत स्थिर है... सर्च ऑपरेशन जारी है। इस मुठभेड़ में हमारा एक DRG और एक STF का जवान शहीद हो गए... साल 2025 में अब तक अलग-अलग मुठभेड़ों में 65 माओवादियों के शव बरामद किए जा चुके हैं।"
छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में रविवार को सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में 31 नक्सली मारे गए. आईजी बस्तर पी सुंदरराज ने बताया कि मुठभेड़ के दौरान सुरक्षा बलों के 4 जवान भी गंभीर रूप से घायल हो गए, जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया. इनमें से दो जवानों ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. अन्य दो घायल जवानों की हालत खतरे से बाहर है और उन्हें बेहतर इलाज के लिए हायर सेंटर रेफर कर दिया गया है. आईजी बस्तर ने बताया कि इंद्रावती राष्ट्रीय उद्यान क्षेत्र के जंगल में बीजापुर और नारायणपुर से लगी महाराष्ट्र की सीमा पर रविवार सुबह उस समय मुठभेड़ शुरू हो गई, जब सुरक्षाकर्मियों की एक टीम एंटी-नक्सल ऑपरेशन पर थी. बस्तर पुलिस ने बताया कि इलाके में तलाशी अभियान जारी है.
छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद को खत्म करने चलाए जा रहे एंटी नक्सल ऑपरेशन में फोर्स के जवानों को लगातार सफलता मिल रही है। खासकर नया साल तो उनके लिए मौत का बवंडर लेकर आया है। फोर्स के दबाव में नक्सली लगातार अपना ठिकाना बदल रहे हैं और मुठभेड़ में मारे जा रहे हैं। बीजापुर जिले के नेशनल पार्क एरिया में जवानों और नक्सलियों के बीच रविवार को भीषण मुठभेड़ में 31 नक्सली मारे गए हैं। नक्सलियों के जमावड़े की सूचना पर ऑपरेशन लॉन्च किया गया था, जिसमें DRG, STF और बस्तर फाइटर के जवान शामिल हैं। छत्तीसगढ़ में साल-2025 में इस घटना से पहले 49 नक्सलियों को मुठभेड़ में फोर्स ने मार गिराया है।
नक्सलियों के गढ़ बस्तर संभाग को 2026 तक नक्सलवाद मुक्त कराने जवानों ने अभियान चला रखा है। लगातार नक्सलियों का एनकाउंटर हो रहा है। इससे नक्सलियों के पैर उखड़ रहे हैं। नक्सल मोर्चे पर फोर्स को एक के बाद एक बड़ी कामयाबी मिल रही है। प्रदेश में भाजपा सरकार में अब तक 268 नक्सली मारे गए हैं। 750 नक्सलियों ने सरेंडर किया है। एक हजार से अधिक नक्सली गिरफ्तार किए गए हैं। 21 जनवरी 2025 को गरियांबद जिले में 18 नक्सली मारे गए। वहीं 9 फरवरी- 2025 के मुठभेड़ को जोड़ ले तो यह संख्या 300 के करीब पहुंच गई है। जिस स्पीड से नक्सली मारे जा रहे हैं और सरेंडर कर रहे हैं उससे गृहमंत्री अमित शाह का टारगेट टाइम से पहले भी पूरा हो सकता है। उन्होंने 31 मार्च 2026 को नक्सलमुक्त करने का लक्ष्य तय किया है।