उरला हत्याकांड का आरोपी चलती ट्रेन से गिरफ्तार, वारदात के 24 घंटे भीतर पुलिस ने दबोचा

Update: 2024-04-12 10:37 GMT
रायपुर। उरला हत्याकांड के आरोपी को चलती ट्रेन से पुलिस-RPF ने गिरफ्तार किया है। रमाशंकर यादव ने रिपोर्ट दर्ज कराया कि इनके बेटा विजय यादव का शव प्रगति स्कूल नर्सरी पास रोड किनारे पड़ा है जिसके चेहरे में गंभीर चोट के निशान है, किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा धारदार हथियार से वार कर हत्या कर दिया है। जिस पर अज्ञात आरोपी के विरूद्ध थाना उरला में अप. क्र. 179/24 धारा 302 भादवि का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

घटना की जानकारी तत्काल वरि0 पुलिस अधीक्षक श्री संतोष सिंह, अति0 पुलिस अधीक्षक लखन पटले,अति0 पुलिस अधीक्षक क्राईम संदीप मित्तल एवं नगर पुलिस अधीक्षक मणीशंकर चन्द्रा, को देकर उनके दिशा-निर्देश पर थाना उरला पुलिस एवं एण्टी क्राईम एण्ड सायबर यूनिट की संयुक्त टीम द्वारा घटना के संबंध में प्रार्थी तथा आस-पास के लोगों से विस्तृत पूछताछ कर जानकारी एकत्रित की गई। मृतक विजय यादव के मित्र पर संदेश होने पर पूछताछ किया गया। जिससे पता चला कि रूपये के लेन-देन को लेकर मृतक एवं रूपेश कुमार के बीच वाद-विवाद हुआ था जो घटना के बाद से मोबाईल बंद कर फरार है। इसके बारे में उनके जान-पहचान वालों से पता करने पर पता चला कि रूपेश कुमार सुबह ट्रेन से बिहार के लिये निकला है। सूचना पर तत्काल उरला पुलिस व सायबर की टीम द्वारा रेल्वे स्टेशन पहुंचकर सीसीटीव्ही कैमरा चेक किया गया, जिसमें आरोपी रूपेश कुमार साउथ बिहार एक्सप्रेस में चढ़ते हुये दिखा, जिस पर उक्त ट्रेन का लोकेशन लेने पर राउलकेला स्टेशन के करीब होना पता चला, तत्काल आर.पी.एफ. निरीक्षक श्री अजय शर्मा थाना रायपुर को घटना की जानकारी देकर व आरोपी का फोटो देकर राउलकेला आर.पी.एफ. को सूचित करने कहा गया। 

अजय शर्मा द्वारा राउलकेला आर.पी.एफ. निरीक्षक गौतम प्रकाश गांधी को सूचित कर साउथ बिहार एक्सप्रेस स्टेशन पहुंचने पर आरोपी का तलाशी लेने कहा गया। श्री गौतम प्रकाश गांधी द्वारा तत्काल आर.पी.एफ. की टीम को एलर्ट कर ट्रेन आने पर तलाशी करवाया गया। उक्त ट्रेन में सवार आरोपी रूपेश कुमार पुलिस को देखकर भागने का प्रयास करने लगा, जिसे आर.पी.एफ. राउलकेला की टीम द्वारा पकड़कर रायपुर पुलिस को सूचित किया गया। उरला पुलिस द्वारा आरोपी को राउलकेला से लाया गया।

आरोपी रूपेश कुमार से घटना के संबंध में पूछताछ करने पर बताया गया कि ‘‘मृतक विजय यादव उधार में  राशन दिलवाया था जिसके रूपये जमा करने के लिये बार-बार बोल कर गाली गलौच करता था इसलिये अपने साथी (विधि विरूद्ध संघर्षरत् बालक) के साथ जान से मारने का प्लान बनाया और अपने साथी को विजय यादव कहॉ पर है बताने बोला, जो फोन से बताया कि विजय अकेले रोड किनारे मोबाईल में बात करते खड़ा है, तब मैं वहॉं पहुंचा तो मेरे साथी ने मुझे एक लोहे का रॉड देकर बोला कि आज इसे जान से ही खत्म कर दो, तब मैं लोहे का रॉड लेकर विजय यादव के सिर में वार किया जिससे विजय यादव जमीन पर गिर गया। तब मैं उसके चेहरे पर रॉड से कई बार वार किया। जब विजय यादव मर गया तब मैं और मेरा साथी भाग गये। सुबह साउथ बिहार एक्सप्रेस से बिहार जाने के लिये निकल गया।’’ प्रकरण में आरोपी से घटना मेप्रयुक्त लोहे का रॉड जप्त कर गिरफ्तार किया गया है।

कार्यवाही में बी.एल. चन्द्राकर थाना प्रभारी उरला, परेश पांडेय प्रभारी एसीसीयू , उप निरीक्षक तेजराम कंवर थाना उरला , उप निरीक्षक सतीश पुरिया एसीसीयू , प्र.आर.कुलदीप द्विवेदी, आर.दीपक सिंह, आर.सत्येन्द्र प्रधान, आर.विनय पाण्डेय, आर.विकास क्षत्री एवं आर.रवि तिवारी का उल्लेखनीय योगदान रहा।

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