Bilaspur बिलासपुर, छत्तीसगढ़। केंद्रीय राज्य मंत्री तोखन साहू के जन्मदिन के अवसर पर कुंदन पैलेस ग्राउंड में विराट सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया गया जिसमें छत्तीसगढ़ के विश्व प्रसिद्ध गेड़ी लोक नृत्य का प्रदर्शन अनिल गढ़ेवाल के कुशल नेतृत्व में किया गया। कार्यक्रम के उपरांत यूनेस्को के सदस्य तथा लोक कलाकार अनिल गढ़ेवाल का केंद्रीय राज्य मंत्री ने सम्मान कर शुभकामनाएं संदेश प्रदान किया। गेड़ी लोक नृत्य के प्रदर्शन की बिलासपुर की जनता एवं मंत्री ने खुले मन से तारीफ की। गेड़ी लोक नृत्य के प्रदर्शन को देखने के लिए स्वयं मंत्री तोखन ने मंच से नीचे उतर कर दर्शक दीर्घा में बैठकर गेड़ी नृत्य का आनंद लिया ! अनिल गढ़ेवाल के द्वारा गाया हुआ गीत जोहरी जोहरी गुरु ठाकुर देवता ने सभा में चार चांद लगा दिया वही बिना ताल टूटे एक ही जगह पर घूम घूम कर मोहन डोंगरे ने जब मांदल वादन किया तो पूरी सभा तालियो की गड़गड़ाहट से गूंज उठी। मुख्य मांदल वादक के रूप में संजय रात्रे ने मांदल वादन किया ! गेड़ी लोक नृत्य को बांसुरी के स्वर लहरियों से महेश नवरंग ने स्वर दिया।
सौखी लाल कोसले ने हारमोनियम वादन किया, फागू राम सूर्यवंशी तथा भारत वस्त्रकार ने सह गायक की भूमिका निभाई। जब प्रभात बंजारे और सूरज खांडे के गेड़ी में खड़े रहने के बावजूद शुभम भार्गव ने उनके कंधे पर खड़ा होकर गेड़ी को हवा में लहराया तो दर्शन गण आश्चर्य चकित हो गए। लक्ष्मी नारायण मांडले एवं चेतन कुर्रे तथा फूलचंद ओगरे ने एक ही गेड़ी पर खड़े रहकर गेड़ी नृत्य करके दर्शकों को आश्चर्यचकित कर दिया ! मनोज माण्डले, अमित भार्गव एवं चंद्रशेखर केवट ने आकर्षक गेड़ी नृत्य करके दर्शकों का मन अपनी और आकर्षित किया ! कौड़ियों में चीनी मिट्टी की माला पटसन वस्त्र धारण किए हुए शुभम भारद्वाज एवं उदय खांडे ने आकर्षक गेड़ी भाव नृत्य कर दर्शकों की खूब वाह वाही लूटी ! ज्ञातव्य हो कि उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए रायगढ़ चक्रधर समारोह में महामहिम राज्यपाल रमेन डेका ने अनिल गढ़ेवाल एवं साथियों का साल श्री तथा स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किए थे ! संपूर्ण गेड़ी लोक नृत्य का निर्देशन एवं गीत संयोजन अनिल गढ़ेवाल के द्वारा तैयार किया गया है