सूरजपुर। सूरजपुर जिले के भटगांव विधानसभा के लिए जहां एक ओर भाजपा ने अपने प्रत्याशी की घोषणा कर दी है तो वहीं कांग्रेस में प्रत्याशियों के चयन की प्रक्रिया जारी है, लेकिन इसी बीच कांग्रेस के दो बड़े नेता टिकट की दावेदारी को लेकर आमने-सामने हैं और एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लग रहे हैं। जहां एक ओर ऊर्जा कल्याण मंडल के अध्यक्ष सफी अहमद वर्तमान विधायक और संसदीय सचिव मंत्री पारसनाथ राजवाड़े के विधानसभा क्षेत्र में भ्रष्टाचार और विकास न होने का आरोप लगा रहे हैं तो वहीं विधायक पारसनाथ राजवाड़े इसे राजनीतिक स्टंट करार दे रहे हैं। कांग्रेस पार्टी में विधानसभा में विधायक की दावेदारी करने के लिए प्रक्रिया चल रही है, जिसमें कोई भी कांग्रेस का कार्यकर्ता अपनी दावेदारी दर्ज कर सकता है।
भटगांव विधानसभा में पिछले 10 सालों से कांग्रेस के प्रत्याशी पारसनाथ राजवाड़े का कब्जा है, जो वर्तमान में संसदीय सचिव मंत्री भी हैं। वहीं ऊर्जा कल्याण मंडल के अध्यक्ष सफी अहमद ने भी भटगांव विधानसभा से अपनी दावेदारी पेश की है। अभी कुछ दिन पहले भटगांव विधानसभा के हजारों की संख्या में कांग्रेसी कार्यकर्ता उपमुख्यमंत्री टी एस सिंह देव के घर पहुंचे और उन्होंने सफी अहमद के लिए टिकट की मांग की थी। इस बीच कुछ कार्यकर्ताओं ने वर्तमान विधायक और संसदीय सचिव मंत्री पारसनाथ राजवाड़े पर भ्रष्टाचार सहित कई गंभीर आरोप भी लगाए, जिसको लेकर पारसनाथ राजवाड़े काफी नाराज नजर आ रहे हैं। उन्होंने बताया कि यह सब राजनीतिक स्टंट है और मेरी दावेदारी को कम करने के लिए किराए के लोगों को बुलाकर इस तरह का चुनावी माहौल बनाने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने यह भी माना की पार्टी के ही कुछ पदाधिकारी और कार्यकर्ता इस तरह की हरकत कर रहे हैं जिसकी वह निंदा करते हैं।
वही श्रम कल्याण मंडल के अध्यक्ष सफी अहमद ने इन सभी आरोपों से इनकार किया है, उनके अनुसार विधानसभा क्षेत्र के कार्यकर्ता और पदाधिकारी के द्वारा उनके लिए टिकट मांगने के लिए टी एस सिंह देव के घर गए थे। यह उनका मेरे लिए समर्थन है और यदि कोई इसे किराए की भीड़ कह रहा है तो उसे जानकारी का अभाव है। वहीं उन्होंने यह भी माना की पारसनाथ राजवाड़े पिछले 10 सालों से भटगांव विधानसभा से विधायक हैं इसलिए निश्चित रूप से उनके क्षेत्र में उनका काफी विरोध है, साथी उन्होंने यह भी कहा कि भटगांव विधानसभा में राजस्व के मामले बड़ी संख्या में पेंडिंग पड़े हुए हैं साथ ही वाहन विभाग के कई अधिकारी पिछले कई सालों से एक ही जगह पर टिके हुए हैं जिसकी वजह से आम लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।विधानसभा चुनाव को अब ज्यादा दिन नहीं रह गए हैं, ऐसे में कांग्रेस के दो दिग्गज नेता जिनको कैबिनेट मंत्री का दर्जा प्राप्त है, वे दोनों आमने-सामने हैं, ऐसे में ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यह है कि यदि इन दोनों नेता में से किसी एक नेता को टिकट मिल भी जाता है तो क्या इस विधानसभा में कांग्रेस की जीत आसान होगी।