ट्रक ने टेम्पो को मारी टक्कर, चालक की मौत

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Update: 2023-05-07 16:22 GMT
कुसमी। बॉक्साइट परिवहन कर रही ट्रक ने टेंपो को टक्कर मार दी, जिससे टेंपो चालक की मौत हो गई। चालक का शव इस तरह से वाहन में फंस गया था कि काफी मुश्किल से कटर की सहायता से बाहर निकाला गया। बीती रात घटित इस घटना के आज दूसरे दिन परिजनों सहित स्थानीय लोगों के द्वारा मुआवजा व नौकरी की मांग को ले कुसमी मुख्य मार्ग अस्पताल के पास चक्काजाम कर दिया गया। आक्रोशित लोगों के द्वारा हिंडाल्को के खिलाफ नारे लगाए गए। साथ ही हिंडाल्को बॉक्साइट में जाने वाली सभी ट्रकें एवं फोर व्हीलर वाहनों को रोक दिया गया। तहसीलदार कुसमी, एसडीओपी सामरी और टीआई कुसमी ने मौके पर पहुंच लोगों को समझाइश दी। जीएनसी सामरी के मैनेजर द्वारा सहायता राशि 2 लाख रुपए दिए जाने के आश्वासन पर चक्काजाम समाप्त हुआ।
जानकारी के अनुसार बीती रात करीब 10 बजे कुसमी विकासखंड के गोपातु ग्राम पंचायत के पास मुख्य मार्ग पर बॉक्साइट परिवहन करने वाले अज्ञात ट्रक ने सामरी से कुसमी की ओर आ रही टेंपो को जबरजस्त टक्कर मार दी गई। हादसे में टेंपो चालक जियाउल अंसारी पिता ताजुल अंसारी (33 वर्ष) कुसमी को गंभीर चोट आने के कारण मौके पर ही मौत हो गई और लाश टेंपो में फंस गया। बड़ी मुश्किल से कटर से काटकर उसके शव को टेंपो से बाहर निकाला गया। रविवार लगभग 11 बजे कुसमी अस्पताल के पास मृतक के परिजन सहित अन्य कुसमी निवासी लोगों द्वारा हिंडाल्को कुसमी के विरोध में आक्रोशित होकर अंबिकापुर कुसमी मुख्य मार्ग पर अस्पताल के पास चक्काजाम कर दिया गया तथा हिंडाल्को मुर्दाबाद के नारे लगाने लगे, साथ ही हिंडाल्को बॉक्साइट में जाने वाली सभी ट्रक , एवं फोर व्हीलर वाहनों को रोक दिया गया, जिससे अफरा-तफरी मच गई।
सूचना पर तहसीलदार कुसमी मोहन भारद्वाज, सामरी एसडीओपी डीके सिंह, कुसमी थाना प्रभारी सुनील केरकेट्टा, उप निरीक्षक सामरी अर्जुन यादव सहित अन्य जनप्रतिनिधियों की पहल से हिंडाल्को के उप खान प्रबंधक राजेश घोष एवं बॉक्साइट परिवहन करने वाले ठेकेदार के बीच बातचीत करने के बाद मृतक परिवार को तात्कालीक सहायता राशि 1 एक लाख रुपये एवं एक व्यक्ति को नौकरी दिलाने की बात जीएनसी ट्रांसपोर्ट कंपनी सामरी के मैनेजर बबलू यादव द्वारा कही गई तथा तत्काल 50 हजार रुपये मौके पर मृतक के पिता ताजुल अंसारी को सहायता राशि के रूप में प्रदान कराया गया। जिस पर मृतक के पिता ताजुल अंसारी ने कहा कि मेरे यहां नौकरी करने वाला कोई व्यक्ति नहीं है, मुझे सहायता राशि 2 लाख रुपए दिया जाए। जिस पर जीएनसी सामरी के मैनेजर राजी हो गए मृतक के परिजन शव को पोस्टमार्टम कराने को राजी होते हुए हड़ताल एवं चक्का जाम को वरिष्ठ अधिकारियों की पहल पर समाप्त किया।
कुसमी अस्पताल से शव को पहुंचाने गया था सामरी पाठ
कुसमी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से एक शव को पहुंचाने के लिए टेंपो लेकर मृतक जियाउल सामरी पाठ गया हुआ था। शव को पहुंचाने के बाद अपने टेंपो को लेकर कुसमी आ रहा था, तभी यह हादसा हुआ। कुसमी अस्पताल की यह बहुत बड़ी विडंबना है कि यहां एक भी शव वाहन समय पर उपलब्ध नहीं रहता है। जबकि कई बार जीवन दीप समिति की बैठक में उपस्थित अधिकारी एवं जन प्रतिनिधियों द्वारा शव वाहन की मांग प्रमुखता के साथ की जाती है। कुसमी अस्पताल में एक शव वाहन की अति आवश्यकता है। यह आदिवासी अंचल है। कभी कभी ऐसा भी समय आता है कि शव को कुसमी अस्पताल से ग्राम पंचायत में पहुंचाने की सुविधा उपलब्ध नहीं होती है , जिसके चलते शव 24 घंटे तक कुसमी अस्पताल में रखना मजबूरी हो जाती है।
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