आज बस संचालकों ने हड़ताल का किया ऐलान, यात्रियों को होगी परेशानी
यात्री किराया में बढ़ोतरी की मांग छत्तीसगढ़ यातायात संघ ने शासन से किया था।
कोरबा। यात्री किराया में बढ़ोतरी की मांग छत्तीसगढ़ यातायात संघ ने शासन से किया था। कोरोना काल बीत जाने के बाद भी इस पर निर्णय नहीं आया है। इस बात से नाराज संघ ने बस संचालन मंगलवार से बंद करने का निर्णय लिया है। जिसका अुनशरण करते हुए जिले से अलग अलग दिशा की ओर जाने वाली सभी बसें बंद रहेंगी।
छत्तीसगढ़ के बस संचालकों ने मंगलवार से हड़ताल का ऐलान कर दिया है। इस निर्णय से जिले से चलने वाली सभी बसें बंद रहेंगी। यातायात महासंघ के जिला अध्यक्ष बृजेश त्रिपाठी ने बताया कि कोरोना काल में बस मालिकों की दशा दयनीय हो गई है। संकट काल में शासन प्रशासन ने विभिन्ना संगठनों का सहयोग किया लेकिन बस संचालक इससे अछूते रहे। जिस गति से डीजल पेट्रोल का भाव बढ़ा है उससे कम किराए में बस संचालित कर पर पाना मुश्किल है। त्रिपाठी का यह भी कहना है कि हड़ताल का उद्देश्य आम जतना को परेशानी में डालना नहीं बल्कि शासन को आगाह करना है। किराया बढ़ने से जनता की समस्या बढ़ेगी इसलिए सरकार बीच का रास्ता निकाले। जिससे बस संचालकों को समस्या ना हो। पिछले साल भर से बस बंद होने के कारण बस मालिक किश्त भुगतान में नाकाम होने के साथ कर्ज में डूब गए हैं। लंबी अवधि तक बसें स्टैंड में खड़ी रहीं जिससे पूर्जे भी खराब हो गए हैं। लाकडाउन में छूट के बाद आवागमन शुरू हो चुकी है। संचालकों को पर्याप्त यात्री नहीं मिल रहे थे। वाहन में जितने का तेल डलवाते थे वह भी वसूल नहीं हो रही। इन सभी समस्याओं को देखते हुए बसें बंद करने का निर्णय लिया है।
सप्ताह भर है विवाह का मुहुर्त
बस संचालकों ने हड़ताल का ऐसे समय में निर्णय लिया जब आगामी सप्ताह भर विवाह का मुहुर्त है। जिसमें शामिल होने के लिए आवागमन करने वालों को खासी असुविधा होगी। जिन लोगों ने आगामी मुहुर्त में शादी करने का निर्णय ले लिया है उन्हे किराया के लिए बस की सुविधा से वंचित होना पड़ेगा।
बूढ़ा तालाब में होगा निर्णय
बृजेश त्रिपाठी ने बताया यातायात संघ की समस्या पर शासन को निर्णायक रूख इख्तियार करना होगा। आगामी दो दिन के भीतर निर्णय नहीं आने पर जिला इकाई के सदस्य भी हड़ताल में शामिल होने जाएंगे। अब अंतिम निर्णय रायपुर के बूढ़ा तालाब के तट पर होगी।