TMC Attacks Baghel: प्रशांत किशोर के बयान पर टीएमसी और कांग्रेस आमने-सामने, जानें पूरा मामला

कांग्रेस में शामिल होने की अटकलों की बीच जाने-माने चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने लखीमपुर खीरी की घटना को लेकर जो टिप्पणी की

Update: 2021-10-08 18:30 GMT

TMC Attacks Baghel: कांग्रेस में शामिल होने की अटकलों की बीच जाने-माने चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने लखीमपुर खीरी की घटना को लेकर जो टिप्पणी की, उसने कांग्रेस के नेताओं को नाराज कर दिया. इसके बाद कई कांग्रेस नेताओं ने उन पर जोरदार हमला बोला. प्रशांत किशोर ने शुक्रवार को कहा कि लखीमपुर खीरी मामले से कांग्रेस की अगुवाई में विपक्ष के उठ खड़े होने की उम्मीद लगा रहे लोगों को निराशा हो सकती है क्योंकि देश की सबसे पुरानी पार्टी से जुड़ी समस्याओं का कोई त्वरित समाधान नहीं हैं.

बघेल का प्रशांत किशोर पर हमला
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इसको लेकर किशोर पर परोक्ष रूप से निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस के चुनाव नहीं जीत पाने वाले नेताओं को अपने पाले में मिलाकर 'राष्ट्रीय विकल्प' बनने की उम्मीद कर रहे लोगों को बहुत निराशा होगी क्योंकि राष्ट्रीय स्तर पर विकल्प के मुद्दे का कोई त्वरित समाधान नहीं हो सकता. कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने प्रशांत किशोर की टिप्पणी को ज्यादा तवज्जो नहीं देते हुए कहा कि वह किसी 'कंसल्टेंट' की टिप्पणी पर कोई प्रतिक्रिया नहीं देंगे.
टीएमसी का कांग्रेस पर पलटवार
इधर, टीएमसी ने छत्तीसगढ़ के सीएम पर हमला बोलते हुए ट्वीट कर कहा- पहली बार के मुख्यमंत्री से आने वाले समृद्ध शब्द. अपने वजन से ऊपर पंच करना आपको शोभा नहीं देते है श्रीमान भूपेश बघेल. आलाकमान को खुश करने की घटिया कोशश! वैसे कांग्रेस एक और एक और ट्विटर ट्रेंड के जरिए अमेठी की ऐतिहासिक हार को मिटाने की कोशिश करने जा रहे हैं?
प्रशांत किशोर के कांग्रेस में आने की संभावना धूमिल
प्रशांत किशोर ने यह टिप्पणी उस वक्त की है जब कुछ हफ्ते पहले तक उनके कांग्रेस में शामिल होने की अटकलें लगाई जा रही थीं. उनकी इस टिप्पणी से ऐसा प्रतीत हो रहा है कि उनके फिलहाल कांग्रेस में शामिल होने की संभावना धूमिल हो गई हैं. किशोर ने ट्वीट किया, ''लखीमपुर खीरी की घटना के आधार पर देश की सबसे पुरानी पार्टी की अगुवाई में विपक्ष के त्वरित और स्वाभाविक रूप से उठ खड़े होने की उम्मीद लगा रहे लोग निराश हो सकते हैं. दुर्भाग्यवश सबसे पुरानी पार्टी में लंबे समय से घर कर चुकी समस्याओं और ढांचागत कमजोरियों का कोई त्वरित समाधान नहीं है.''
उनकी इस टिप्पणी पर बिना नाम लिए पलटवार करते हुए बघेल ने ट्वीट किया, '' कांग्रेस के उन पदाधिकारियों को अपने पाले में मिलाने के आधार पर राष्ट्रीय विकल्प बनने की उम्मीद कर रहे लोग को घोर निराशा होने वाली है जो अपनी सीट भी नहीं जीत सकते. दुर्भाग्य से राष्ट्रीय विकल्प बनने के लिए गहरे और सतत प्रयासों की जरूरत है तथा इसका कोई त्वरित समाधान नहीं है.''
सुरजेवाला ने संवाददाताओं से कहा, ''मैं किसी कंसल्टेंट की टिप्पणी पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दूंगा.'' पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के एक बयान पर उन्होंने कहा, '' राजनीति में सबको कोशिश करने का अधिकार है, पर आखिर में जिसे जनता स्वीकारेगी, वही आगे बढ़ पाएगा और जनता की लड़ाई जमीन पर केवल और केवल उत्तर प्रदेश में प्रियंका गांधी जी और राहुल गांधी जी लड़ रहे हैं.''
क्या है पूरा मामला?
लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा में प्रदर्शनकारी किसानों की मौत के बाद कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को मौके पर जाते समय हिरासत में लिया गया था और वह दो दिनों तक पुलिस की अभिरक्षा में थीं. इसके बाद कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने पीड़ित परिवारों से मुलाकात की थी. गौरतलब है कि लखीमपुर खीरी जिले के तिकोनिया क्षेत्र में गत रविवार को उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के दौरे के विरोध को लेकर भड़की हिंसा में चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत हो गई थी. इस मामले में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष समेत कई लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है.


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