सुकमा। जिले के दोरनापाल क्षेत्र के किस्टारम में चली अंधड़ में सीआरपीएफ कैंप को खासा नुकसान पहुंचा है। कैंप के बैरकों की छत उड़ गई, वहीं टिन के शेड भी उड़ गए। कैंप को सुधारने के लिए जवान जुट गए। इधर अंधड़ व बारिश के कारण बारसूर की 132 केवी लाइन से ही बिजली की सप्लाई बंद कर दी गई, जिसके चलते पूरा शहर अंधेरे में डूब गया।
दूसरी ओर दक्षिण पश्चिम मानसून लगातार आगे बढ़ता चला जा रहा है। वहीं बने मौसमी तंत्रों का खासा असर भी दक्षिण छत्तीसगढ़ पर पड़ रहा है। अगले दो दिन मौसम के ऐसे ही बने रहने की संभावना मौसम विभाग जता रहा है। अंधड़ से सीआरपीएफ के 212 बटालियन के कैंप के बैरक सहित अन्य सेक्टरों को नुकसान पहुंचा है। बारिश का पानी बैरकों में भर गया। इसमें जवानों के आवास व बैरक, कैंप सुरक्षा के लिए बनाए गए मोर्चे, फील्ड अस्पताल के एमआई रूम, लैब, एक्स-रे कक्ष, डिसपेंसरी, कैंप परिसर की सुरक्षा के लिए चाहरदिवारी में लगे टिन के शेड हवा में उड़ गए। अधिकतम तापमान में हुई गिरावट,36.3 डिग्री दर्ज शुक्रवार को अधिकतम तापमान सामान्य से 1.9 डिग्री कम 36.3 और न्यूनतम तापमान 24.5 डिग्री रिकॉर्ड किया गया।