पलारी। क्या आपने कभी ऐसा गांव देखा है, जहां पर अपराध करने के बाद पेड़ लगाने की सजा मिलती है। अगर नहीं तो आज हम आपको ऐसे ही गांव के बारे में बताने जा रहे हैं, जहां पर किसी भी तरह के अपराध करने पर समाज और पंचायत के द्वारा आर्थिक या शारीरिक दंड नहीं, बल्कि पेड़ लगाने की सजा दी जाती है।
यहां पर सजा सिर्फ पेड़ लगाना ही नही, बल्कि जब तक पेड़ बडा न हो जाए, तब तक उसकी देखभाल भी करनी होती है। यह गांव बलौदा बाजार-भाटापारा जिले में पलारी तहसील स्थित ग्राम "देवसुंद्रा" है। इस गांव में लोगों को पर्यावरण को लेकर जागरूक करने के लिए इस तरह की सजा दी जाती है।
बता दें, ग्राम "देवसुंद्रा" में कई सालों से दोषियों को सामाजिक दंड देने के लिए पेड़ लगवाया जाता है। यानी यहां पर पीढ़ी दर पीढ़ी इस परंपरा को चलाया जा रहा है। इसी वजह से आज यह गांव पेड़ों का स्वर्ग कहलाता है। शहरों में जो ताजी हवा नहीं मिलती, उसका आनंद भी आप इस गांव में ले सकते है। क्योंकि यहां पर अपराधी को सजा के तौर पर पेड़ लगाने का काम मिलता है। दरअसल, इस गांव में पहुंचते ही मार्ग के दोनों छोर से लेकर गांव की गलियों और मैदानों में आम, नीम, बरगद, पीपल औक बाकी ओषधि युक्त वृक्ष लगे हुए हैं।