रायपुर। पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने एक नया संगठन खड़ा किया है। छत्तीसगढ़ मिलान क्लब के नाम से अस्तित्व में आए इस गैरराजनीतिक संगठन से जुड़े वो युवा हैं, जो पहले राजीव युवा मिलान के सदस्य थे। नए संगठन की कमान पूर्व सीएम ने अपने करीबी गिरीश देवांगन को सौंपी है। खास बात यह है कि संगठन की एक बैठक हो चुकी है। इस बैठक से प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज, नेता प्रतिपक्ष डॉ चरणदास महंत, और अन्य नेता दूर रहे। उन्हें नए संगठन की जानकारी तक नहीं दी गई।
पूर्व सीएम के नए संगठन को लेकर कांग्रेस के अंदरखाने में हलचल मची हुई है। छत्तीसगढ़ मितान क्लब के सदस्यों की दो दिनी बैठक गुरुवार, और शुक्रवार को सरोना के सिद्धीविनायक मैरिज हॉल में हुई। इसमें कोरबा, राजनांदगांव, और अन्य जगहों के करीबी तीन सौ युवा शामिल हुए। ये सभी राजीव गांधी युवा मिलान क्लब के सदस्य थे। उन्हें एक हजार रुपए मासिक मानदेय भी मिलता था। सभी जिलों में क्लब अस्तित्व में आ चुका था। साय सरकार ने आते ही क्लब को बंद कर दिया।
पूर्व सीएम ने राजीव युवा मितान क्लब के सदस्यों को अपने नए संगठन छत्तीसगढ़ मितान क्लब से जोडऩे के पहल की है। संगठन की पहली बैठक में भूपेश बघेल के करीबी नेता ही शामिल हुए। खुद पूर्व सीएम भूपेश बघेल करीब डेढ़ घंटे नवगठित संगठन के सदस्यों को संबोधित किया।