रायपुर। रायपुर के मेकाहारा अस्पताल में भड़कती आग के बीच मरीज के रेस्क्यू का मॉकड्रिल प्रैक्टिस किया गया। इस दौरान फायर फाइटर्स छत पर चढ़े, फिर उन्होंने अपने जान की परवाह किए बिना स्ट्रेचर पर लेटे मरीज को आग से बचाते हुए बाहर निकाला। इस मॉकड्रिल के रोमांचक नजारे को देखने के लिए मेकाहारा के सामने बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। इस मॉकड्रिल का प्रैक्टिस NDRF-SDRF और छत्तीसगढ़ फायर ब्रिगेड के जवानों ने मिलकर किया है। इसमें अस्पताल और बड़ी बिल्डिंग में आग लगने के दौरान आने वाली समस्याओं को समझने और इससे कुछ ही मिनटों में निपटने की कोशिश की गई।
छत्तीसगढ़ के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल मेकाहारा के ऊपरी माले पर अचानक आग भड़क गई। मॉकड्रिल की प्रैक्टिस के लिए एक आग लगाई गई थी। अस्पताल प्रबंधन ने तत्काल इसकी सूचना फायर ब्रिगेड को दी। फायर ब्रिगेड कर्मचारियों के साथ बड़ी संख्या में NDRF-SDRF के जवान मौके पर पहुंचे। फायर फाइटर्स ने अस्पताल प्रबंधन से ब्रीफिंग लेकर आग लगने की जगह को ट्रेस किया। इसके बाद उनकी टीम के जवान अस्पताल के भीतर घुसे। आग की लपटें तेज होने के कारण जवानों को अंदर घुसने में दिक्कत हुईं। तो तत्काल उन्होंने एंटी फायर किट पहनी और अपनी जान की परवाह किए बगैर अस्पताल के भीतर घुस गए।
इस मॉकड्रिल प्रैक्टिस में कुछ जवान मरीज की तरह घायल होकर स्ट्रेचर पर लेटे हुए थे। इन घायल मरीजों को टीम ने स्ट्रेचर के सहारे सीढ़ियों से नीचे उतारा। फिर उन्हें फर्स्ट एड के लिए मेडिकल कैंप के भीतर लाया गया।