पंडरिया। पंडरिया स्वास्थ्य विभाग अपने विभिन्न क्रियाकलाप से लगातार सुर्खियों में रहते ही हैं तत्कालीन मुख्य चिकित्सा अधिकारी एवं खंण्ड चिकित्सा अधिकारी मनचाहा कर्मचारी को जहा चाहें वहा पदस्थ कर दिया करते थे जो उनके नतमस्तक ना हो उनके शामत आ जाती थी पता चलता था संरक्षण सत्ता की है लिहाजा कर्मचारी अपने अधिकारी के नतमस्तक हो कर दसों उंगली घी में डुबाकर रखते थे सत्ता बदली उम्मीद था बेवस्था भी परिवर्तन होगी पर जस की तस बनी हुई है पंडरिया समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अन्तर्गत महली सेक्टर एवं उपस्वास्थ्य केन्द्र धोबघटटी के क्षेत्र के स्वास्थ्य बेवस्था पुरी तरह से भृष्ट्राचार की भेट चढ़ गई है!
यहा पदस्थ सेक्टर सुपरवाईजर सुरेश कश्यप लगातार एक ही स्थान में लम्बे समय से पदस्थ हैं जिसके पीछे राजनीतिक संरक्षण प्राप्त है इसलिए क्षेत्र के स्वास्थ्य बेवस्था में लोगों को लाभ से वंचित होना पड़ रहा है उपस्वास्थ्य केंद्र धोबघटटी व अन्य गांवों में प्रसव तक का लाभ गर्भवती महिलाओं को नहीं मिल पा रहा है पिछले दो साल से यहा घर प्रसव को संस्थागत प्रसव का खेल चल रहा है सही मायने में उपस्वास्थ्य केंद्र में प्रसव कराने वाली गर्भवती आतीं हैं तो यहा पदस्थ कर्मचारी पंडरिया में रहते हैं इसलिए यहा डिलीवरी नहीं होता बल्कि घर में प्रसव को संस्थागत प्रसव अवश्य दिखाई जाती है उसी तरह मलेरिया जांच हो परिवार नियोजन के उपाय हो या टी बी जांच कुष्ठ रोगी जांच के अलावा विभिन्न स्वास्थ्य संबंधी जांच व दिया जाने वाला सुविधा कागजों में चल रहा है भौतिक स्थिति बेहत खराब है चुकी यहा के सेक्टर सुपरवाईजर सुरेश कश्यप क्षेत्र के अपने कर्मचारी को पुरी तरह संरक्षक बने हुए हैं।
इसलिए धोबघटटी के कर्मचारी पुरी तरह से फर्जी कागज बना कर सप्ताहिक क्षेत्र में स्वास्थ्य लाभ पहुंचाने का दिया जाता है विभाग अगर सही नियत से भौतिक स्थिति में जांच करें इन दोनों कर्मचारी का सप्ताहिक और मासिक प्रतिवेदन तो चौंकाने वाले रिपोर्ट सामने आयेगा सिर्फ कागजों में कामकाज दिखाई देगा इसके मुल कारण ये दोनों कर्मचारी को तब सत्ता का पुरितरह संरक्षण था अब भी इन्हें वर्तमान सत्ता तो बदली पर बेवस्था में जस के तस होने से इनके कृत्य जस के तस बनी हुई है और इन दोनों कर्मचारी तो तब हद पार और करते हैं जब क्षेत्र में जातिवादी मानसिकता का परिचय देते हैं ! इन दोनों कर्मचारी को लंबे समय से एक ही स्थान में पदस्थ होने से कार्य में कोताही करने के कारण क्षेत्र के लोगों को स्वास्थ्य लाभ से वंचित होना पड़ रहा है इसलिए इन दोनों को तत्काल यहा से हटाने के लिए क्षेत्र के भाजपा नेता ने लिखित में शिकायत महिना भर पहले क्षेत्र के लोक प्रिय विधायक भावना बोहरा जी एवं पंचायत मंत्री विजय शर्मा जी ,मुख्य चिकित्सा अधिकारी,खंण्ड चिकित्सा अधिकारी को दिया है और सिघ्र दोनों कर्मचारी को यहा से हटाने मांग कीया है ! जबकि हाल ही में मुख्यचिकित्सा अधिकारी ने बेवस्था के तहत कुछ स्वास्थ्य कर्मचारी को इधर-उधर किया है पर अब तक लापरवाह गैर जिम्मेदार कर्मचारी की संरक्षक बनें बैठना जनभावना एवं स्वास्थ्य पर खिलवाड़ प्रतित हो रहा है जो अनुचित लगता है !