इन कर्मचारियों के नियमितीकरण के संबंध में प्रस्ताव विचाराधिन नहीं, मंत्री का बड़ा बयान
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रायपुर raipur news। देशभर में संविदा कर्मचारियों के नियमितीकरण Regularization का मुद्दा गरमाते जा रहा है, जिसके लिए कर्मचारी लगातार आंदोलनरत हैं। वहीं दूसरी ओर अब आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं के भी वेतनवृद्धि और नियमितीकरण की मांग जोर पकड़ने लगी है। हालांकि कई राज्यों में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं की सैलरी में इजाफा हुआ है। इसी बीच छत्तीसगढ़ के आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं-सहायिकाओं के नियमितीकरण को लेकर महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने जवाब दिया है। chhattisgarh
chhattisgarh news इसी संदर्भ में विधायक दीपेश साहू ने सवाल लगाया था। इसके अलावा साहू ने पूछा था कि आंगनबाड़ी केदो में कार्यरत कार्यकर्ताओं एवं सहायिकाओं का वेतन किस श्रेणी के कर्मचारियों की श्रेणी के अंतर्गत दिया जाता है? क्या भविष्य में इनके नियमितिकरण की कोई योजना हैं? दीपेश साहू के सवाल के जवाब में मंत्री ने बताया है कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं एवं सहायिकाओं का पद मानसेवी हैं इसलिए इनके वेतन का निर्धारण नहीं किया गया हैं, इन्हे मानदेय दिया जाता हैं।
तथापि इनके यात्रा व्यय के भुगतान के लिए आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को तृतीय श्रेणी व सहायिकाओं को चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की दर के हिसाब से यात्रा व्यय का भुगतान किया जाता है। नियमितीकरण के सवाल पर मंत्री ने बताया कि आंगनबाड़ी सेवाएं केंद्र सहायक योजनाएं हैं। योजना प्रावधानों के अंतर्गत आंगनबाड़ी में कार्यरत कार्यकर्ताओं व सहायिकाओं का पद मानसेवी हैं। अतः इनके नियमितीकरण के संबंध में प्रस्ताव विचाराधिन नहीं है।