दुर्ग। जिले के पोटिया में 17 मार्च को हुए अंधे कत्ल की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। मामले में एक आरोपी अनिल नौरंगे को गिरफ्तार कर लिया गया है। मृत युवक की पहचान तोपचंद धृतलहरे के रूप में हुई थी। युवक अपने दोस्तों के साथ रविवार की शाम पार्टी करने मनीष पेट्रोल पंप के पीछे नाले के पास गया था। मामला पद्मनाभपुर थाना क्षेत्र का है।
जानकारी के मुताबिक, तोपचंद धृतलहरे वार्ड नंबर- 54 कुंदरापारा पोटिया चौक का रहने वाला था। उसके बड़े भाई गौकरण धृतलहरे (42) ने पद्मनाभपुर थाने में मामला दर्ज कराया कि रविवार 17 मार्च को तोपचंद दोपहर करीब 2 बजे घर से निकला था। वो सोमवार सुबह तक भी वापस नहीं आया। परिवारवालों ने उसकी तलाश करनी शुरू की, तो कुछ लोगों ने बताया कि तोपचंद अपने साथी विष्णु साहू, राजा मार्कंडेय, अनिल कुमार ठाकुर, अनिल नौरंगे और वीरू सतनामी के साथ मनीष पेट्रोल पंप के पीछे नाले के पास पोटिया में शराब पार्टी करने गए थे। इसके बाद तुरंत परिजन मौके पर गए, तो वहां गौकरण ने भाई को मृत हालत में खेत में पड़ा देखा। उसके सिर पर चोट के गहरे निशान थे और आसपास खून बिखरा पड़ा था।
शव के पास खून से सना पत्थर, सीमेंट, पोल का टुकड़ा, शराब की खाली बोतल और डिस्पोजेबल पड़ा हुआ था। इसके बाद भाई ने पुलिस को घटना की सूचना दी। पुलिस तत्काल मौके पर पहुंची और घटनास्थल से सबूत इकट्ठा कर शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। मुखबिर से मिली सूचना पर अनिल नौरंगे (23) को तिल्दा से गिरफ्तार किया गया है। पूछताछ में आरोपी ने अपने दोस्त वीरू सतनामी के साथ मिलकर वारदात को अंजाम देना बताया।
अनिल नौरंगे ने पुलिस को बताया कि 6 महीने पहले तोपचंद धृतलहरे का उनसे विवाद हो गया था। घटना की रात शराब पीने के दौरान भी उनका उसी बात को लेकर फिर से विवाद हुआ। जिसके बाद आक्रोश में आकर उसने वीरू सतनामी के साथ मिलकर उसकी हत्या कर दी। अनिल नवरंगे की गिरफ्तारी कर कोर्ट के आदेश पर उसे दुर्ग सेंट्रल जेल भेज दिया गया। वहीं गुरुवार को आरोपी वीरू सतनामी ने दुर्ग कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया है।