अस्पताल में दूल्हे ने दुल्हन से की शादी, देखें VIDEO...

छग

Update: 2023-04-21 17:16 GMT
जांजगीर-चांपा। छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा जिले में एक अनोखी शादी हुई है। यहां दूल्हा बारात लेकर लड़की के घर नहीं, बल्कि अस्पताल पहुंचा। यहीं पर दोनों ने परिजन, डॉक्टर और हॉस्पिटल स्टाफ के सामने 7 फेरे लिए हैं। जिसकी चर्चा अब पूरे प्रदेश में हो रही है। हर कोई इस शादी की तारीफ कर रहा है। ये सब युवती की तबीयत बिगड़ने के कारण हुआ है। असल में बैजलपुर की रहने वाली रश्मि उर्फ लक्ष्मी पिता अगरदास महंत की शादी सक्ती जिले के परसाडीह गांव निवासी राज उर्फ बंटी से तय हुई थी। दोनों की शादी 20 अप्रैल को होनी थी। मगर कुछ दिन पहले लड़की की तबीयत बिगड़ गई।
तबीयत बिगड़ने पर लड़की को शहर के श्री नर्सिंग होम अस्पताल में भर्ती कराया गया था। यहां जांच करने पर पता चला कि रश्मि की बड़ी आंत में छेद है, उसका ऑपरेशन कराना जरूरी है। डॉक्टरों ने कहा कि समय रहते अगर इलाज नहीं करवाया जाता है तो लड़की को दिक्कत हो सकती है। इसके बाद लड़के वालों ने ही लड़की को अस्पताल में भर्ती कराने और ऑपरेशन कराने का फैसला लिया था। इसके कुछ दिन बाद रश्मि का ऑपरेशन हुआ। इसके बाद युवती अस्पताल में भर्ती है।
उधर, परिजनों ने तय तारीख में ही शादी करने का फैसला किया। फिर गुरुवार को ही दूल्हा बारात लेकर अस्पताल ही पहुंच गया। यहीं पूरे विधि विधान के साथ शादी संपन्न हुई। परिजनों ने बताया कि हमने तारीख तय कर ली थी। तारीख आगे नहीं बढ़ा सकते थे। इसलिए हमने ऐसा किया है। इस पूरे काम में अस्पताल प्रबंधन ने भी काफी सहयोग किया है। बताया गया है कि रश्मि घर पर ही रहती है। वहीं दूल्हा पिता के साथ खेती किसानी का काम करता है। दोनों परिवार में खुशी का माहौल था. धूमधाम से शादी करने के लिए सभी रिश्तेदार के यहां निमंत्रण दिया. इस बीच अचानक रश्मि की पेट दर्द होने के कारण तबीयत खराब हो गई और अस्पताल में चेकअप के लिए लाया गया, जहां पता चला कि बड़ी आंत में छेद है. डॉक्टर ने बताया कि रश्मि की इलाज जल्द से जल्द नहीं करने पर यह तकलीफ रश्मि के लिए घातक होगा.
वर राज सिंह ने बताया कि रश्मि के स्वास्थ्य संबंधी जानकारी वर पक्ष को हुआ तो तत्काल राज के परिवार ने रश्मि के इलाज को महत्व देते हुए अस्पताल में भर्ती कराने का निर्णय किया. तय मुहूर्त में शादी करने का निर्णय भी लिया, क्योंकि दोनों परिवार के लिए यह शादी का समय बढ़ाना संभव नहीं था. चूंकि वर के भाई का भी शादी इसी मंडप में होना तय था और सभी रिश्तेदार पहुंच गए थे. दोनों परिवार ने आपसी तालमेल बनाते हुए तय मुहूर्त में ही शादी करने का निर्णय लिया और रश्मि का इलाज कराते रहे. रश्मि के शादी के 5 दिन पहले ऑपरेशन हुआ और वर पक्ष बारात लेकर सीधा अस्पताल पहुंचे और परिसर में ही रीति रिवाज से शादी संपन्न कराया. अस्पताल परिसर में उपस्थित सभी स्टाफ और मरीज के परिवार वाले अनोखी शादी का साक्षी बने.
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