रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा के बजट सत्र में सुपेबेड़ा की गूंज एक बार फिर सुनाई दी है। भारतीय जनता पार्टी के विधायक डमरूधर पुजारी ने प्रश्नकाल के दौरान यह मामला उठाया। पीने का साफ पानी उपलब्ध कराने के लिए अब तक टेंडर नहीं कर पाने पर लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री गुरु रुद्र कुमार को विपक्ष ने घेर लिया। विपक्ष ने सरकार पर लोगों को साफ पानी तक नहीं पिला पाने का आरोप लगाया। पीएचई मंत्री ने ऐलान किया कि 1 महीने में टेंडर होगा और शीघ्र काम शुरू होगा। मंत्री के जवाब से असंतुष्ट विपक्ष ने सदन से बहिर्गमन किया।
इससे पहले भी इस मुद्दे पर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच तकरार होती रही है। यह मुद्दा पिछली सरकार के समय से एक बड़ी समस्या के रूप में सामने आता रहा है। नई सरकार ने भी पीने का साफ पानी उपलब्ध कराने का वादा किया था। इस सरकार के 4 साल बीत जाने के बाद भी पीने के साफ पानी की उपलब्धता सुनिश्चत होना तो दूर योजना का टेंडर तक नहीं हो सका है।
बता दें कि सुपेबेड़ा में साफ पीने का पानी नहीं मिलने से वहां के निवासी बड़ी संख्या में किडनी की बीमारी से पीड़ित हैं। इसके चलते कई अपनी जान गवां चुके हैं। पीने का साफ पानी न मिलने से स्थानीय लोग लगातार किडनी सहित अन्य बीमारियों का शिकार हो रहे हैं। सदन में यह मामला पहले भी कई बार उठाया जा चुका है।