बालोद। भानुप्रतापपुर वन मंडल क्षेत्र और बालोद सीमा क्षेत्र के तुमरीसुर से रेस्क्यू किए गए तेंदुए को वन विभाग की टीम ने शुक्रवार को जंगल में छोड़ दिया है। स्वास्थ्य परीक्षण के बाद तेंदुए को बड़े पिंजरे में लेकर आए और वनकर्मियों ने अपनी निगरानी में आज सुबह डौंडी वन परिक्षेत्र अंतर्गत कक्ष क्रमांक 161 और 168 में सुरक्षित छोड़ा।
दरअसल डौंडी वन परिक्षेत्र के ग्राम तुमरीसुर के ग्रामीण जागेश्वर कोमरे ने लगातार तेंदुए के बढ़ते आतंक और पालतू पशुओं के शिकार करने के कारण वन विभाग के कहने पर तेंदुआ को पकड़ने जाल बिछाकर रखा था। गुरुवार को जागेश्वर कोमरे के कोठे में एक 5 साल का नर तेंदुआ सुअर का शिकार करने घुस गया था। जैसे ही तेंदुआ कोठे में पहुंचा तो वह तार में फंस गया था, जिसे एक्सपर्ट की टीम ने घंटों मशक्कत के बाद सुरक्षित बाहर निकाला। फिर स्वास्थ्य परीक्षण के बाद तेंदुए को आज सुबह सुरक्षित जंगल में छोड़ दिया गया है। ग्रामीणों ने बताया कि यह तेंदुआ आसपास के चार से पांच गांवों में सक्रिय था और लगातार पालतू पशुओं का शिकार कर रहा था। जिस ग्रामीण ने फंदा लगाया था उसके भी 10 सुअरों को यह तेंदुआ मार चुका था।