रतनपुर। आज हम आपको प्रदेश के एक ऐसे प्राचीन मंदिर का दर्शन कराने जा रहे हैं, जिसे मां महालक्ष्मी का दिव्य धाम कहा जाता है। मां महालक्ष्मी यहां सौभाग्यलक्ष्मी के रूप में विराजमान हैं। इकबीरा पर्वत में स्थित इस मंदिर की कई प्राचीन मान्यताएं है।प्राकृतिक सुंदरता के बीच स्थित प्रदेश के एकमात्र प्राचीन मां महालक्ष्मी मंदिर लखनी देवी मंदिर में प्रदेशभर से लोग दर्शन करने आते हैं।
बिलासपुर से 25 किमी दूर धार्मिक नगरी रतनपुर में इकबीरा पहाड़ी पर स्थित लखनी देवी मंदिर की कई प्राचीन मान्यताएं हैं। मां महालक्ष्मी को ही यहां मान्यताओं में लखनी देवी कहा गया है, जो मां लक्ष्मी का ही अपभ्रंश है।
इसे प्रदेश का एकमात्र प्राचीन मां महालक्ष्मी मंदिर भी माना जाता है। मान्यता है कि, मां महालक्ष्मी के दर्शन मात्र से उनका आशीर्वाद श्रद्धालुओं को मिलता है। धन वैभव, सुख, समृद्धि और ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है। प्राचीन मान्यताओं के अनुसार, माता के इस दिव्य धाम का इतिहास 846 वर्ष पुराना व ऐतिहासिक है।