Gariaband. गरियाबंद। विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर वन परिसर के अंतर्गत विभिन्न प्रजातियों का वृक्षारोपण किया गया। वहीं वनों के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए वनमण्डलाधिकारी लक्ष्मण सिंह के द्वारा परिचर्चा एवं संगोष्ठी कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस अवसर पर वनमण्डलाधिकारी लक्ष्मण सिंह ने संबोधित करते हुए कहा कि तेंदूपत्ता संग्रहण से तेंदूपत्ता संग्राहकों को शासन के द्वारा 36 करोड़ रूपया का ऑनलाइन भुगतान किया गया। साथ ही चिरौंजी, लाख पालन व अन्य कार्यक्रमों के माध्यम से आम जनों को 42 लाख तक भुगतान किया गया। इसके लिए उन्होंने विभिन्न प्रबंधक एवं रेंजर एवं वन अमला के लोगों को बधाई दी। उन्होंने उपस्थित वन अमले से कहा कि विभिन्न विकास कार्यों को धरातल तक पहुंचाएं जिससे लोगों को लाभ मिले। इस दौरान विभिन्न अधिकारी कर्मचारियों ने अपने संबोधन में जिले के विकास के लिए वन कर्मचारियों को सहयोग करने को कहा।
अधिकारियों ने बताया कि कृषकों के निजी भूमि पर वाणिज्यिक प्रजातियों के वृक्षारोपण करने की जानकारी, सहयोगी संस्था, निजी कम्पनियों के माध्यम से वृक्षों की वापस खरीद सहयोगी संस्थाओं द्वारा, निजी कम्पनियों के द्वारा उपलब्ध कराने की जानकारी, समर्थन मूल्य के माध्यम से कृषकों को सुनिश्चित आय, काष्ठ एवं प्लाईवुड आधारित उद्योगों को बढ़ावा देने, स्थानीय रोजगार में वृद्धि के साथ-साथ कृषकों की आय में वृद्धि, पर्यावरण में सुधार, भविष्य में इन वृक्षारोपण क्षेत्रों से कार्बन क्रेडिट के रूप में कृषकों को अतिरिक्त आय की संभावना के संबंध में विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई। इस दौरान वन विभाग के अधिकारी कर्मचारी ने वनों के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए अपने-अपने विचार रखें। इस अवसर पर प्रशिक्षु आईएफएस हिमांशु राजीव कुमार सोरी, एसडीओ मनोज चंद्राकर, नदीम कृष्णा बरिया, अतुल श्रीवास्तव संतोष धीरेंद्र साहू, अरुण तिवारी, संतोष कुमार सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।