कलेक्टर ने 10-12वीं की मेरिट लिस्ट में आने वाले बच्चों को सम्मानित किया
छग
कोण्डागांव। कलेक्टर दीपक सोनी ने मंगलवार को 10वीं-12वीं कक्षाओं में प्रावीण्य सूची में शीर्ष में आने वाले बच्चों का सम्मान किया। इस अवसर पर कलेक्टर ने 10वीं कक्षा में जिले की प्रावीण्य सूची में स्थान पाने वाले लावण्या ठावरे, भावेश पाण्डेय, हिमांशी शर्मा, महेश्वरी, मेघा देवांगन, सुमन सोनी तथा 12वीं कक्षा में जिले की प्रावीण्य सूची में शीर्ष स्थान पाने वाले आयेशा पारेख, हबीबा बानो, मोहम्मद जिशन, असफिया बानो, ईशिका धामेजा को प्रशस्ति पत्र एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया और सभी को उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएँ भी दीं। उल्लेखनीय है कि इस वर्ष जिले की प्रावीण्य सूची में स्वामी आत्मानन्द स्कूलों के बच्चों ने बाजी मारी है। जहां दोनों कक्षाओं में जिले के शीर्ष 10 स्थानों पर 14 स्वामी आत्मानन्द स्कूल के बच्चे शामिल रहे। जिसमें स्वामी आत्मानन्द स्कूल से कक्षा 10वीं में 05 एवं कक्षा 12वीं में 09 बच्चे शामिल रहे। इस परीक्षा परिणामों में यह भी विशेष था कि 10 वीं कक्षा की प्रावीण्य सूची में 09 बच्चे शासकीय स्कूलों के थे वहीं 12वीं कक्षा के परिणामों में जिले के सभी शीर्ष 10 स्थानों पर शासकीय स्कूलों के बच्चे शामिल रहे।
कलेक्टर ने सभी शीर्ष में आने वाले बच्चों से चर्चा की जिसमें लावण्या ने कहा कि स्वामी आत्मानन्द विद्यालय में उन्हें पढ़ाई के लिए उपयुक्त वातावरण प्राप्त हुआ है। हिमांशी शर्मा ने कहा कि स्कूल में बेहतरीन प्रायोगिक कक्षाओं का हमें लगातार लाभ मिला। मेघा देवांगन ने कहा कि स्कूल में शिक्षकों द्वारा लगातार ध्यान दिया गया और जहां पर हमें मदद की आवश्यकता थी हमेशा शिक्षक हमारी मदद को उपलब्ध होते थे जिससे हमें बहुत मदद मिली। 12वीं कक्षा में प्रथम स्थान पर आने वाली आयेशा पारेख ने कहा कि केशकाल के स्वामी आत्मानंद स्कूल में शिक्षकों द्वारा सभी बच्चों का लगातार प्रोत्साहन किया जाता है साथ ही विभिन्न माध्यमों जैसे ऑनलाइन कक्षाओं एवं अन्य परस्पर संवादात्मक माध्यमों से शिक्षा प्रदान की जाती है। जो हमारे लिये सहायक रही तथा 12वीं की ही ईशिका धामेजा ने कहा कि स्कूल में हमें पढ़ाई के साथ अन्य गतिविधियों में भी शामिल किया जाता है। जिससे सभी का उत्साह बना रहता है। दसवीं कक्षा में जिले में दूसरा स्थान लाने वाले माकड़ी विकासखण्ड के शासकीय उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालय लुभा के भावेश पाण्डेय ने बताया कि उसे विद्यालय में शिक्षकों का निरंतर सहयोग प्राप्त हुआ और शिक्षा विभाग की ओर से चलाये गये विभिन्न कार्यक्रमों का भी उन्हे लाभ प्राप्त हुआ। ज्ञात हो कि किसान परिवार से तालुक रखने वाले भावेश को पिता के अभाव में उनकी माता द्वारा ही पालन किया जाता है। भावेश के शीर्ष स्थान पर आने पर पूरा परिवार गौरवान्वित महसूस कर रहा है। भावेश ने बताया कि वह भविष्य में डॉक्टर बनकर लोगों की सेवा करना चाहते हैं।